Bangladesh Government Crisis: बांग्लादेश में हुए तख्तापलट पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार (5 अगस्त) को प्रतिक्रिया दी. ममता बनर्जी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि भारत सरकार इस बात पर फैसला करेगी कि इस (बांग्लादेश) मुद्दे पर कैसे निपटा जाए. उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से अपील है कि वे भड़काऊ टिप्पणियां करने से बचें, जो बंगाल या देश में शांति को बाधित कर सकती हैं.


सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की


बंगाल की सीएम ने कहा, ''बीजेपी के कुछ नेता पहले ही इस पर टिप्पणी कर चुके हैं. ऐसा नहीं किया जाना चाहिए.'' उन्होंने सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील करते हुए कहा, "मैं बंगाल के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करती हूं. किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें. यह दो देशों के बीच का मामला है, केंद्र सरकार जो भी फैसला लेगी हम उसका समर्थन करेंगे.''


तृणमूल कांग्रेस चीफ ममता बनर्जी ने पिछले महीने कोलकाता में एक रैली को संबोधित करते हुए बांग्लादेश के शरणार्थियों को आश्रय देने की बात कही थी, जिस पर राजनीति गरमा गई थी. उन्होंने कहा था, "मैं बांग्लादेश के बारे में कुछ नहीं बोल सकती, क्योंकि वह एक अलग देश है. भारत सरकार इस बारे में बात करेगी, लेकिन अगर बांग्लादेश के असहाय लोग बंगाल का दरवाजा खटखटाते हैं, तो हम उन्हें आश्रय देंगे."


पीएम आवास में घुसकर प्रदर्शनकारियों ने की तोड़फोड़


शेख हसीना के मुल्क छोड़ने के बाद हजारों प्रदर्शनकारी पीएम आवास में घुसकर तोड़फोड़ की. बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन बढ़ने पर एक भीड़ ने ढाका में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के पिता और पूर्व राष्ट्रपति शेख मुजीबुर रहमान की प्रतिमा को भी तोड़ दिया.


बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के महासचिव ने वहां लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. बांग्लादेश सेना प्रमुख ने कहा, "सभी अन्यायों से निपटा जाएगा, हर हत्या से निपटा जाएगा. प्रधानमंत्री ने इस्तीफा दे दिया है और अब हम व्यवस्था बहाल करने के लिए एक अंतरिम सरकार बनाएंगे."


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