Bangladesh Government Crisis: पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंसा खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. अलग-अलग जगहों पर हुई झड़पों में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है तो हजारों लोग घायल हुए हैं. मामले पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने उम्मीद जताई है कि मामले का समाधान बहुत जल्द निकाल लिया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि पड़ोसी देश में शांति जरूरी है, वो लोग भी तो हमारे चचेरे भाई-बहन हैं.


न्यूज एजेंसी एएनआई से हुई बातचीत में उन्होंने सोमवार (05 अगस्त) को कहा, "निश्चित रूप से, मुझे लगता है कि विदेश मंत्रालय को स्थिति पर बहुत सावधानी से नजर रखनी चाहिए. मैं जो कुछ भी सुन रहा हूं वह सब मीडिया के माध्यम से है और जो मैं सुन रहा हूं वह बहुत चिंताजनक है. वहां कुछ गंभीर, गंभीर कानून और व्यवस्था की चिंताएं हैं और हम सरकार के विशेषाधिकारों का बहुत सम्मान करते हैं."


'बांग्लादेश में जल्द निकलेगा समाधान'


कांग्रेस सांसद ने कहा कि यह एक आंतरिक मामला है और भारत में हम में से हर कोई जल्द से जल्द शांति बहाल होते देखना चाहेगा. उन्होंने कहा, "फिर भी, हम आशा करते हैं और प्रार्थना करते हैं कि बहुत जल्दी कोई समाधान निकलेगा और शांति और स्थिरता वापस आएगी. यह एक पड़ोसी देश है. ये लोग हमारे चचेरे भाई हैं, अगर हमारे भाई-बहन नहीं हैं, तो भी."


विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश में रह रहे भारतीयों के लिए जारी किया अलर्ट


रविवार को छात्रों के नेतृत्व वाले असहयोग अभियान के पहले दिन बांग्लादेश में कम से कम 20 जिलों में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प हुई. इसका उद्देश्य प्रधानमंत्री शेख हसीना पर इस्तीफा देने के लिए दबाव बनाए रखना था. बांग्लादेश में स्थिति तब और तनावपूर्ण हो गई जब सत्तारूढ़ अवामी लीग के सदस्य सरकार विरोधी प्रदर्शनों को दबाने के लिए सड़कों पर उतर आए और हालात हिंसक हो गए.


हिंसक प्रदर्शनों के बीच, विदेश मंत्रालय (MEA) ने बांग्लादेश में रह रहे अपने नागरिकों को सख्त चेतावनी दी है कि वे बेहद सतर्क रहें और अपनी गतिविधियों को सीमित रखें.


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