Bangladesh News: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के अपने पद से इस्तीफा देकर देश से भागने पर बांग्लादेश की लेखिका तस्लीमा नसरीन ने सोमवार (05 अगस्त) को कहा कि जिन कट्टरपंथियों को खुश करने के लिए शेख हसीना ने उन्हें देश से निकाल दिया था, उन्ही कट्टरपंथियों की वजह से उन्हें भी देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा. 


तस्लीमा नसरीन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, "हसीना ने इस्लामवादियों को खुश करने के लिए 1999 में मुझे मेरे देश से बाहर निकाल दिया, जब मैं अपनी मां को उनकी मृत्युशय्या पर देखने के लिए बांग्लादेश में दाखिल हुई थी और मुझे फिर कभी देश में प्रवेश नहीं करने दिया. वही इस्लामवादी छात्र आंदोलन में शामिल रहे हैं जिन्होंने आज हसीना को देश छोड़ने के लिए मजबूर किया."






'बांग्लादेश कहीं दूसरा पाकिस्तान न बन जाए'


इससे पहले उन्होंने ये भी कहा, “शेख हसीना को इस्तीफा देकर देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा. वे अपनी वर्तमान स्थिति के लिए जिम्मेदार हैं. उन्होंने इस्लामवादियों को बढ़ने दिया. उन्होंने खुद को भ्रष्टाचार में शामिल होने दिया. इस बीच बांग्लादेश दूसरा पाकिस्तान न बन जाए. सैन्य शासन लागू नहीं होना चाहिए. राजनीतिक दलों को देश में लोकतंत्र बहाल करना चाहिए और धर्मनिरपेक्षता को अपनाना चाहिए."


बांग्लादेश छोड़ भारत पहुंची शेख हसीना


बांग्लादेश में विवादित आरक्षण मामले को लेकर हुए हिंसक विरोध (बांग्लादेश प्रोटेस्ट) के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने वाली शेख हसीना भारत आ गई हैं. बांग्लादेश में अब सेना शासन लागू हो गया है. विद्रोह के मद्देनजर भारतीय सीमा पर कड़ी चौकसी बरती जा रही है.


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