Bangladesh Government Crisis News: बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना के ढाका स्थित सरकारी आवास छोड़ने के बाद भारत सहित दुनिया भर में बहस शुरू हो गई है. इसे लेकर बांग्लादेश में पूर्व भारतीय उच्चायुक्त पिनाक रंजन चक्रवर्ती ने कहा कि यह जाहिर है वहां की सरकार दवाब में थी. उन्होंने यह भी बताया कि इसका भारत पर क्या असर होने वाला है.
भारत पर क्या होगा असर?
उन्होंने कहा, अगर यह सच है कि शेख हसीना ने इस्तीफा दिया और उन्होंने सेना को बताया कि चीजें खराब है तो फिर बांग्लादेश की सेना ने जरूर इसे लेकर कोई न कोई कदम उठाया होगा. उन्होंने कहा, "यह बांग्लादेश में एक प्रमुख घटना है और हम वहां अब एक नई तरह की सरकार देखेंगे. भारत देख रहा होगा कि क्या होने वाला है.
पूर्व भारतीय उच्चायुक्त पिनाक रंजन चक्रवर्ती ने कहा, ''राजनीतिक नेता बदलते हैं, लेकिन देशों के लंबे समय के लिए जो हित होते हैं वो खत्म नहीं होंते. बांग्लादेश एक पड़ोसी है, जिसके साथ हमारे अच्छे संबंध रहे हैं. बांग्लादेश के साथ भारत के संबंधों के इतिहास को देखें, हमने सैन्य तानाशाहों सहित हर सरकार से निपटा है. हम बांग्लादेश से डील करेंगे, क्योंकि यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण देश है. बांग्लादेश में जो भी नई सरकार आएगी, भारत उसके साथ काम करने के लिए तत्पर रहेगा."
भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर अलर्ट
पड़ोस में हुए तख्तापलट के बाद भारत हर तरह की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर सुरक्षा अलर्ट जारी कर दिया गया है तो वहीं इसे लेकर पीएम आवास पर मीटिंग भी हो रही है.
बांग्लादेश में स्थिति बदतर होती जा रही है. उपद्रवियों ने पीएम आवास को निशाना बनाने के बाद देश के कई सांस्कृतिक केंद्रों पर तोड़फोड़ की. उपद्रवियों ने इंदिरा गांधी सांस्कृतिक केंद्र (आईजीसीसी) और बंगबंधु मेमोरियल संग्रहालय को क्षतिग्रस्त करने के साथ-साथ ढाका में कई स्थानों पर आगजनी की.
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