India Bangladesh Relation: भारत और बांग्लादेश आज 'मैत्री दिवस' मना रहे हैं. इस मौके पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा है कि बांग्लादेश और भारत राजनयिक संबंधों की स्थापना की स्वर्ण जयंती मना रहे हैं, यह हमारे द्विपक्षीय संबंधों की यात्रा में एक मील का पत्थर है. भारत ने 6 दिसंबर 1971 को बांग्लादेश को एक स्वतंत्र और संप्रभु राज्य के रूप में मान्यता दी. शेख हसीना ने कहा कि आज मैं पूर्व भारतीय प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी और उनकी सरकार की उदारता को याद करती हूं. उन्होंने बांग्लादेश से 10 मिलियन शरणार्थियों को आवास प्रदान किया. मार्च में पीएम मोदी की बांग्लादेश यात्रा के दौरान 6 दिसंबर को मैत्री दिवस के रूप में मान्यता देने का निर्णय लिया गया था.
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि भारत, बांग्लादेश, आतंकवाद और कट्टरपंथ की मदद करने वाली अस्थिरकारी ताकतों का मुकाबला करने के लिए मजबूत प्रतिबद्धता साझा करते हैं. इंटरनेट के जरिए गलत सूचना और दुष्प्रचार जैसी नई और उभरती चुनौतियों से निपटने में सहयोग को मजबूत करना इसमें सबसे अहम है. उन्होंने ये भी कहा कि मुझे विश्वास है कि भारत और बांग्लादेश जलवायु कार्रवाई और महत्वाकांक्षाओं के जरिए ग्रीन इकोनॉमी के निर्माण में सहयोग करेंगे. भारत बेहतर बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्चर के जरिए लोगों और सामानों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए बांग्लादेश के साथ काम करना जारी रखेगा.
भारत और बांग्लादेश के बीच दोस्ती को 50 साल पूरे हो गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर ट्वीट किया है. पीएम मोदी ने लिखा कि आज भारत और बांग्लादेश मैत्री दिवस मना रहे हैं. हमारी दोस्ती को 50 साल पूरे हो चुके हैं और मैं बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना के साथ मिलकर हमारे रिश्तों को और मजबूत करने पर काम कर रहा हूं. साल 1971 में भारत ने बांग्लादेश को 6 दिसंबर को आजाद देश के तौर पर मान्यता दी थी. ट्विटर पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि आज भारत और स्वतंत्र व संप्रभु बांग्लादेश के साथ दोस्ती को 50 साल पूरे हो गए हैं. 6 दिसंबर 1971 को भारत दुनिया के उन चुनिंदा देशों में से एक था, जिन्होंने बांग्लादेश के साथ द्विपक्षीय रिश्ते स्थापित किए थे.