Bangladesh Violence: बांग्लादेश में बिगड़े हालातों पर भारत ने पैनी नजर बनाई हुई है. शेख हसीना प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद देश छोड़ चुकी हैं. फिलहाल उन्होंने भारत में शरण ली हुई है. इस बीच मंगलवार (6 अगस्त) को विदेश मंत्री एस जयशंकर की अध्यक्षता में संसद में सर्वदलीय बैठक का आयोजन हुआ. इसमें बांग्लादेश में हुई हिंसा और पड़ोसी मुल्क में पैदा हुए राजनीतिक संकट की जानकारी सभी दलों के सांसदों को दी गई. बैठक में विपक्ष ने कहा है कि वह सरकार के साथ खड़ा है.
सर्वदलीय बैठक में विदेश मंत्री जयशंकर के अलावा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हुए. कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी बैठक का हिस्सा बने. इस बैठक में विदेश मंत्री से कई सारे सवाल पूछे गए हैं. आमतौर पर लगभग हर मुद्दे पर सरकार के साथ तकरार रखने वाला विपक्ष इस बार पूरी तरह से सरकार के समर्थन में खड़ा है. बांग्लादेश का संकट भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकता है.
राहुल गांधी ने बांग्लादेश मुद्दे पर पूछे ये सवाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा बुलाई गई बैठक में राहुल गांधी ने विदेश मंत्री से सवाल किया, "क्या पड़ोसी मुल्क में मची उथल-पुथल में विदेशी ताकतों का हाथ है?" दरअसल, सोशल मीडिया पर कुछ लोग इसके पीछे चीन और पाकिस्तान की साजिश भी बता रहे हैं. लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल ने पूछा, "सरकार का इस मामले पर लॉन्ग टर्म प्लान क्या है? बांग्लादेश में नई सरकार आती है तो उसे लेकर हमारा क्या प्लान है?" विदेश मंत्री ने इन सभी सवालों के जवाब सर्वदलीय बैठक में दिए हैं.
हम सरकार के साथ: विपक्ष
विदेश मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में अन्य दलों के सांसदों ने भी सवाल किए. सभी के सवालों का जवाब मिलने के बाद बैठक में विपक्ष ने एक सुर में कहा कि बांग्लादेश को लेकर सरकार कोई भी फैसला करती है तो वह उसके साथ है. सर्वदलीय बैठक से पहले सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बांग्लादेश के बिगड़े हालात को लेकर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक भी हुई थी. विदेश मंत्री ने पीएम मोदी को बांग्लादेश के हालात से रुबरू कराया था.
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