Bangladesh Violence: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमला, फुरफुरा शरीफ के मौलवी अब्बास सिद्दीकी ने फिर दिया विवादित बयान
Bangladesh Violence: सिद्दीकी ने कहा कि जो लोग बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडाल में देवता के चरणों के पास कुरान की एक प्रति रखते हैं, वे हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं, उनका 'सिर काट' दिया जाना चाहिए.
Bangladesh Violence: पश्चिम बंगाल के फुरफुरा शरीफ के मौलवी और इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के संस्थापक पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने एक बार फिर आपत्तिजनक बयान दिया है. सिद्दीकी ने कथित तौर पर बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडाल में कुरान रखने वालों को दोषी ठहराया है. पीरजादा अब्बास सिद्दीकी का भड़काऊ भाषण देने वाला वीडियो वायरल हो रहा है.
सिद्दीकी ने कहा, "किसी के धर्म को आंच नहीं पहुंचाना चाहिए. अगर तुमको लगता है कि तुम्हारा हक है कुरान का अपमान करना, तुम इस्लाम के विरुद्ध बोल सकते हो, अगर तुम्हें लगता है कि तुम इससे गुस्ताखी कर सकते हो तो मैं अब्बास सिद्दीकी आज तुमको बताना चाहता हूं कि तुम्हारे शरीर से तुमको अलग करने का समय अब आ गया हैं. तुम हमारे पेट में लात मार रहे हो, हम लोग शांत हैं, हम पर झूठा मुकदमे फाइल कर रहे हो, हम यह भी सह रहे हैं. घर तोड़ रहे हो हम यह भी सह रहे हैं, जो तुम्हारी खुशी है वही कर रहे हो और हम सब कुछ सह रहे हैं लेकिन मेरे कुरान, इस्लाम, अल्लाह के साथ गुजताखि करोगे तो हम नहीं सहेंगे. अपने धर्म के लिए हम जान दे भी सकते हैं और जान ले भी सकते हैं."
"उनका सिर काट दिया जाना चाहिए..."
अपने वीडियो में, सिद्दीकी ने कहा कि जो लोग बांग्लादेश में एक दुर्गा पूजा पंडाल में एक देवता के चरणों के पास कुरान की एक प्रति रखते हैं, वे हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं, उनका 'सिर काट' दिया जाना चाहिए. इंडियन सेक्युलर फ्रंट के संस्थापक ने कहा, "हनुमान की किताब पैर पर गिरी हुई है. वे उनके धर्म में किसी की पूजा करेंगे और किसको मान्यता देंगे यह उनका मामला हैं. वे गाय की पूजा करंगे या हनुमान की, यह सब उनके विश्वास पर हैं. मैं उनके विश्वास पर कुछ नहीं बोलूंगा और मैं इसलिए नहीं बोलूंगा क्योंकि मुझे मेरे इस्लाम ने मना किया हैं. मेरे अंदर हिमत नहीं हैं बोलने की यह मत सोचियेगा. अगर इस्लाम ने मना कर दिया तो मैं वही रुक जाता हूँ. अगर मैं किसी धर्म के गुरु के गले में कुत्ते को टांगा दू तो किया उस धर्म के लोगो को अच्छा लगेगा? लेकिन मैंने देखा की एक हनुमान की तस्वीर पर कुरान को रखा गया हैं. अगर किसीको कुरान इतना ही पसंद हैं तो क़ुरान को अपना लीजिए."
अब्बास सिद्दीकी ने युवाओं के दुर्गा पूजा में शामिल होने से इनकार किया है. सिद्दीकी ने आगे कहा, "मुझे याद है कि कुछ साल पहले दुर्गा पूजा पंडाल का थीम काबा भी बनाया गया था. अगर काबा इतना पसंद किया जाता है, तो आप इस्लाम में परिवर्तित क्यों नहीं हो जाते? पिछले साल देखा था मैंने की काबा के आकर में पंडाल बनाया गया था, अगर इतना की काबा से प्यार हैं तो उसको मान लो. बेहया की भी एक सीमा होती हैं लेकिन इसने तो उस सीमा को पार कर दिया. दुःख की बात यह हैं की जो लोग इस अन्याय के बारे में बोलने गए उनकर ही जुल्म हो रहा हैं."
सिद्दीकी ने यह भी कहा कि जो लोग सोचते हैं कि उन्हें कुरान का अपमान करने का अधिकार है, मैं अब्बास सिद्दीकी से कहता हूं कि मुझे उनका सिर काटने का अधिकार है. फिलहाल अब्बास सिद्दीकी का विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही उन्होंने फेसबुक पर एक वीडियो जारी कर बांग्लादेश के दुर्गा पूजा पंडाल में कथित तौर पर कुरान की एक कॉपी रखने की जांच की मांग की.
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