बांग्लादेश हिंसा: सांसद जगन्नाथ सरकार ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, कहा- जल्द से जल्द CAA लागू करें
उन्होंने यह भी कहा कि कैसे सनातन धर्म की मूर्तियों को तोड़ा गया. यह भी उल्लेख किया कि कैसे हिंदुओं को मारा गया है, माताओं और बहनों का सम्मान लूटा गया है.
कोलकाता: बांग्लादेश के हिंदू अल्पसंख्यकों पर पिछले कुछ दिनों से क्रूर अत्याचार हो रहा है. देश के कई हिस्सों में पूजा पंडालों, मंदिरों, घरों और व्यवसायों में तोड़फोड़ के मामले में अब तक 71 मामले दर्ज किए गए हैं. राणाघाट के सांसद जगन्नाथ सरकार ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर बांग्लादेश में भाई-बहनों की स्थिति पर दुख व्यक्त किया है.
पत्र में लिखा है, ''मैं आपको बड़े दुख के साथ सूचित करना चाहता हूं कि बांग्लादेश में मेरे हिंदू. भाई-बहन गंभीर संकट में हैं, उन्हें जिहादी ताकतों द्वारा गंभीर उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है.'' उन्होंने यह भी कहा कि कैसे सनातन धर्म की मूर्तियों को तोड़ा गया. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि कैसे हिंदुओं को मारा गया है, माताओं और बहनों का सम्मान लूटा गया है.
प्रधानमंत्री मोदी को दुनिया के सभी हिंदू समाज का रक्षक बताते हुए उन्होंने आगे कहा, ''इस कठिन समय में बांग्लादेश के हिंदुओं से उनकी मदद की और उनसे एक साथ खड़े होने और उनकी रक्षा करने का भी आग्रह किया. उन्होंने दुनिया भर के हिंदुओं की रक्षा के लिए भारत में सीएए कानून को जल्द लागू करने के लिए भी कहा.''
हिंसा पर बीजेपी ने क्या कहा?
भाजपा ने रविवार को आरोप लगाया कि बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा धार्मिक अल्पसंख्यक समूहों पर एक व्यवस्थित हमले का हिस्सा है. वर्तमान स्थिति में पश्चिम में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लागू करने की आवश्यकता है.
उन्होंने आगे कहा, ''पूरा सनातन समाज मदद मांग रहा है. अगर अभी सही और सख्त कदम नहीं उठाए गए तो बंगाल में जिहादी ताकतों का मनोबल बढ़ेगा और उन्हें यहां भी परेशान किया जाएगा.'' पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने इस संबंध में ट्वीट किया.
उन्होंने पहले भी प्रधान मंत्री को पत्र लिखा था और उनसे गृह मंत्री के साथ इस मुद्दे को बांग्लादेशी अधिकारियों के साथ कूटनीतिक रूप से उठाने का आग्रह किया था.