Bangladeshi Passports Smuggled: बांग्लादेश में नई अंतरिम सरकार आने के बाद सरहद पार से लगातार घुसपैठ की कोशिश की खबरें आ रही हैं. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने शनिवार, 7 सितंबर को कहा कि उन्होंने 43 बांग्लादेशी पासपोर्ट और छह पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट जब्त किए हैं.


बीएसएफ के मुताबिक, इन सर्टिफिकेट्स को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24-परगना में भारत-बांग्लादेश सीमा (IBB) पर जब्त किया गया. संदेह है कि इन पासपोर्टों के जरिए बांग्लादेश से मानव तस्करी की जा सकती है. इसके लिए सुरक्षा एजेंसियों चौंकन्ना हैं.


नदी में रस्सियों से बांधकर खींच रहे थे बोरी


दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता ने कहा, "नियमित गश्त के दौरान, बीएसएफ की एक वोट पार्टी को सोनाई नदी पर तैरता हुआ एक अजीब सफेद बोरा मिला. बोरी को रस्सियों से बांधकर बांग्लादेश की ओर घसीटा जा रहा था. ताराली-I सीमा चौकी पर तैनात 143 बटालियन बीएसएफ के जवानों ने बोरी को पानी से बाहर निकाला, जिसमें पासपोर्ट और क्लीयरेंस सर्टिफिकेट पाए गए है." उन्होंने कहा कि निरीक्षण से पता चला कि पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट पासपोर्ट धारकों के लिए थे जिसपर उनका प्लान क्रोएशिया जाने का था. 


क्या है तस्करों का मोडस ऑपरेंडी?


संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक मामलों के विभाग और यूरोपीय संघ की ओर से 2020 के लिए सामने आए आंकड़ों के अनुसार, क्रोएशिया में शायद ही कोई बांग्लादेशी अप्रवासी है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "यह संभव है कि घुसपैठियों के लिए एक ग्रुप की ओर से इस्तेमाल किए गए पासपोर्ट और क्लीयरेंस सर्टिफिकेट क्रोएशिया से ट्रांसफर होने के बाद वापस भेज दिए जाते हैं. कुछ संशोधनों के बाद इनका इस्तेमाल अन्य घुसपैठियों या तस्करी पीड़ितों के लिए किया जा सकता है."


उन्होंने कहा कि यह साफ तौर से एक बड़े रैकेट का हिस्सा है जिसके दूरगामी प्रभाव हो सकते हैं. बीएसएफ प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने तेंतुलिया में सीमा शुल्क विभाग और स्थानीय पुलिस से संपर्क कर दस्तावेज सौंप दिया है. इस पहलू की भी जांच की जा रही है कि बांग्लादेश और भारत के तस्कर मिलकर बांग्लादेशी नागरिकों को लेकर क्या प्लान बना रहे हैं. 


(आईएएनएस के इनपुट के साथ)


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