नई दिल्ली: सीबीआई ने बैंकों के साथ धोखाधड़ी करने की आरोपी कंपनियों के खिलाफ जांच में समझौता करने के लिए कथित तौर पर रिश्वत लेने के मामले में अपने चार अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इनमें दो पुलिस उपाधीक्षक शामिल हैं.


इस सिलसिले में एजेंसी ने आज सुबह गाजियाबाद में अपनी प्रशिक्षण अकादमी और 13 अन्य स्थानों पर तलाश अभियान चलाया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी ने मामले के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी जिसमें उसके खुद के अधिकारी बैंकों से धोखाधड़ी करने की आरोपी उन कंपनियों से कथित रूप से रिश्वत लेने को लेकर जांच के दायरे में हैं.


अधिकारी ने बताया कि जिन सीबीआई अधिकारियों के खिलाफ एजेंसी ने मामला दर्ज किया है उनके नाम हैं पुलिस उपाधीक्षक आर के ऋषि और आर के संगवान, निरीक्षक कपिल धनखड़ और स्टेनो समीर कुमार सिंह.


सीबीआई प्रवक्ता आर सी जोशी ने कहा, ‘‘आज दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, गुड़गांव, मेरठ और कानपुर समेत 14 स्थानों पर आरोपियों के ठिकानों पर तलाशी ली गयी.’’ एजेंसी ने सीबीआई अकादमी में पदस्थ ऋषि के परिसर की तलाशी ली तो उसके लिए असहज स्थिति पैदा हो गयी क्योंकि इसी अकादमी में उसके भविष्य के अधिकारी तैयार होते हैं. यही नहीं, अन्य देशों के कैडेट को भी गाजियाबाद स्थित अत्याधुनिक अकादमी में प्रशिक्षण दिया जाता है.


अपने अधिकारियों के अलावा सीबीआई ने कई अन्य लोगों के खिलाफ भी मामले दर्ज किए हैं जिनमें वकील भी शामिल हैं. इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं, भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के तहत मामले दर्ज किए गए हैं.


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