Barack Obama Remarks Row: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारतीय मुसलमानों को लेकर दिए गए बयान के बाद देश में सियासी घमासान मचा हुआ है. बीजेपी (BJP) नेता इस बयान को लेकर बराक ओबामा (Barack Obama) की आलोचना कर रहे हैं और उन्हें उनके कार्यकाल के दौरान मुस्लिम देशों पर किए गए हमलों की याद दिला रहे हैं. जबकि विपक्षी दल बीजेपी नेताओं पर निशाना साध रहे हैं. आपको बताते हैं इस मसले पर किसने क्या कहा है.
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की टिप्पणी पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार (26 जून) को कहा कि बराक ओबामा को ये नहीं भूलना चाहिए कि भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जो विश्व में रहने वाले सभी लोगों को भी परिवार का सदस्य मानता है. उनको अपने बारे में भी सोचना चाहिए कि उन्होंने कितने मुस्लिम देशों पर हमला किया है.
बराक ओबामा पर केंद्रीय मंत्रियों का हमला
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि हमारे बीच में कुछ ऐसे नेता हैं जो जब भी बाहर दौरे पर जाते हैं तो उन्हें लोकतंत्र और अल्पसंख्यकों की चिंता होनी शुरू हो जाती है. तो मैंने उन्हें याद कराया है कि हमारे यहां का लोकतंत्र मजबूत है और यह तभी खतरे में था जब युवा नेता (राहुल गांधी) की दादी मां (इंदिरा गांधी) प्रधानमंत्री थीं. जहां तक अल्पसंख्यकों की बात है तो वे यहां और हर जगह सुरक्षित हैं.
"मुस्लिम बहुल देशों पर बमबारी की थी"
इससे पहले रविवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि बराक ओबामा का बयान आश्चर्यजनक है क्योंकि जब वह शासन में थे तब छह मुस्लिम बहुल देशों को अमेरिकी बमबारी का सामना करना पड़ा था. क्या उनके कार्यकाल सीरिया, यमन, सऊदी, इराक और अन्य मुस्लिम देशों में बमबारी नहीं हुई. सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को 13 देशों ने अपने शीर्ष सम्मान से सम्मानित किया है जिनमें से छह मुस्लिम बहुल देश हैं.
"आज 1984 जैसे दंगे नहीं हो रहे"
बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई कहा कि आज समाज के सभी वर्गों का विकास हो रहा है. आज देश में सन 1984 जैसे दंगे नहीं हो रहे. आज समाज का सभी वर्ग सुरक्षा और समृद्धि के संकल्प को महसूस भी कर रहा है और उसका भागीदार भी बन रहा है, लेकिन अफसोस की बात है कि हमारे देश में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो हमारे देश के बेहतरीन माहौल को खराब करने के लिए काम करते हैं, लेकिन उस तमाम चीजों के बावजूद आज हमारे प्रधानमंत्री को दुनिया के तमाम देश सम्मानित कर रहे हैं. ये उनका सम्मान नहीं है बल्कि इस भारत की बढ़ती हुई शक्ति का सम्मान है.
"विपक्ष के किसी भी नेता ने निंदा नहीं की"
पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कोई भी उन लोगों पर विश्वास नहीं करेगा जो भारत की खराब छवि पेश करने की कोशिश कर रहे हैं. भारत के बारे में कोई भी बयान देने से पहले यहां की संस्कृति की बारे में जानना चाहिए. कुछ लोगों ने विदेशों से भारत के खिलाफ बयान दिए, ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष के किसी भी नेता ने न तो उनकी निंदा की और न ही उनके बारे में कोई बयान दिया.
"बीजेपी के मंत्रियों ने बेतुके बयान दिए"
इस मुद्दे पर पीडीपी की अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने बीजेपी नेताओं पर निशाना साधा है. उन्होंने सोमवार को कहा कि भारत में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के बारे में प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिका में दिए गए बयान के बाद बीजेपी के मंत्रियों ने बेतुके बयान दिए हैं. एक ने ओबामा के मुस्लिम उपनाम का मजाक उड़ाया. दूसरे ने मुस्लिम देशों पर बमबारी का जिक्र कर अल्पसंख्यकों के साथ बीजेपी की बदसलूकी को जायज ठहराया. ये बीजेपी का दोहरा रवैया है.
"चीन का नाम लेने के बजाय ओबामा पर कर रहे हमला"
एआईएमआईएम चीफ और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि क्या किसी को आश्चर्य है कि चीन का नाम लेने के बजाय केंद्र सरकार के कई मंत्री एक पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति पर हमला करने को तैयार है. चीन लगातार हमारे सैनिकों को लद्दाख में 65 पीपीई में से 26 पर गश्त करने के अधिकार से वंचित कर रहा है. उम्मीद करते हैं कि मोदीजी की विदेश यात्रा उन्हें चीन की दादागिरी के आगे झुकने के बजाय उसका नाम लेकर उसका जिक्र करने का साहस देगी. पीएम मणिपुर पर भी अपनी चुप्पी तोड़ें जो पिछले लगभग आठ सप्ताह से जल रहा है.
कांग्रेस का पीएम मोदी पर निशाना
कांग्रेस की ओर से भी बराक ओबामा के बयान के बाद बीजेपी और पीएम मोदी पर तंज कसा गया. कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने ओबामा के इस बयान का वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए कहा कि पीएम मोदी के के मित्र बराक ओबामा के पास उनके लिए एक मैसेज है. क्या लगता है कि वह भी मोदी के खिलाफ एक अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा है? कम से कम भक्त तो यही आरोप लगाएंगे.
क्या कहा था बराक ओबामा ने?
दरअसल, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा नें गुरुवार (22 जून) को न्यूज़ चैनल सीएनएन से कहा था कि राष्ट्रपति जो बाइडेन को प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी के सामने भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का मुद्दा उठाना चाहिए. उनकी ये टिप्पणी ऐसे वक्त पर आई थी जब पीएम मोदी अमेरिका के दौरे पर थे. ओबामा ने कहा था कि मैं पीएम मोदी के साथ बातचीत करता तो कहता कि अगर आप भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं करते हैं, तो इस बात की प्रबल संभावना है कि भारत अलग-थलग पड़ जाएगा.
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