Basant Panchami 2021 Saraswati Puja LIVE: पीएम मोदी ने दी बसंत पंचमी की शुभकामनाएं, प्रियंका गांधी ने बतायी यह कहानी

Basant Panchami 2021 Saraswati Puja LIVE Updates: बसंत पंचमी का पर्व मां सरस्वती को समर्पित है. इस दिन सरस्वती पूजा की जाती है. मां सरस्वती को ज्ञान की देवी कहा गया है. यह पर्व जीवन में ज्ञान और शिक्षा के महत्व को भी दर्शाता है. इस दिन छोटे बच्चों की शिक्षा का आरंभ किया जाता है. इसके साथ ही इस दिन अबूझ मुहूर्त का निर्माण होता है. बसंत पंचमी के दिन बिना मुहूर्त को देखे शुभ और मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं.

एबीपी न्यूज़ Last Updated: 16 Feb 2021 09:59 AM
Basant Panchami Saraswati Puja 2021- श्रद्धालु स्नान करने के बाद पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठ जाएं. पीला वस्त्र बिछाकर मां सरस्वति की मूर्ति को उस पर स्थापित करें. जिसके बाद रोली मौली, केसर, हल्दी, चावल, पीले फूल, पीली मिठाई, मिश्री, दही, हलवा आदि का प्रसाद मां के सामने अर्पित कर ध्यान में बैठ जाएं. मां सरस्वती के पैरों में श्वेत चंदन लगाएं. पीले और सफेद फूल दाएं हाथ से उनके चरणों में अर्पित करें और ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः का जाप करें. शिक्षा की बाधा का योग है तो इस दिन विशेष पूजन करके उससे छुटकारा पाया जा सकता है.
Happy Basant Panchami 2021: वसंत पंचमी के दिन विशेष रूप से कुछ बातों का जरूर ख्याल रखें. इस दिन मां सरस्वती की पूजा होती है. ऐसे में आज के दिन काले रंग का वस्त्र ना पहनें. मां सरस्वती की पूजा करने से पहले स्नान जरूर कर लें. स्नान कर के पूजा अर्चना करना बेहद शुभ माना जाता है. आज के दिन किसी अपशब्द का प्रयोग ना करें. कहा जाता है कि पूजा के दिन अपशब्द के प्रयोग से मां सरस्वती की कृपा नहीं बनती है. इसके अलावा, सरस्वती पूजा के दिन शाकाहारी भोजन ना खाएं. कोशिश करें कि आज के दिन शराब का सेवन ना हो.
पंचांग के अनुसार, आज सुबह 03 बजकर 36 मिनट पर पंचमी तिथि आरंभ होगी. बसंत पंचमी का समापन 17 फरवरी को सुबह 5 बजकर 46 मिनट पर होगा. इस दिन के लिए पीले रंग का विशेष महत्व माना गया है. वसंत पंचमी के दिन पीले फूल, पीले मिष्ठान अर्पित करना शुभ माना जाता है. माना जाता है कि भगवान विष्णु को पीला रंग बहुत प्रिय है. इस दिन पीले वस्त्र पहनने और भेंट करने चाहिए.
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने बसंत पंचमी पर अपने परिवार से जुड़ी एक रोचक कहानी सुनाई. उन्होंने ट्वीट कर बताया, ''बसंत पंचमी के अवसर पर मेरी दादी इंदिरा जी स्कूल जाने से पहले हम दोनों की जेब में पीला रूमाल डाल देती थीं. आज भी उनकी परम्परा निभाते हुए मेरी माँ सरसों के फूल मंगाकर घर में बसंत पंचमी के दिन सजाती हैं. ज्ञान की देवी माँ सरस्वती सबका कल्याण करें. आप सबको बसंत पंचमी की शुभकामनाएं.''

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा के पावन अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं.’’

बैकग्राउंड

नई दिल्ली: देश भर में बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा का त्योहार आज मनाया जाएगा. ये त्योहार हर साल माघ मास में शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन मनाया जाता है. मान्यता है कि इस दिन मां सरस्वती का जन्म हुआ था. बसंत पंचमी के पर्व से ही 'बसंत ऋतु' का आगमन होता है. बंसत को ऋतुओं का राजा कहा जाता है. इस दिन विद्या की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है. यह पूजा सम्पूर्ण भारत में बड़े उल्लास के साथ की जाती है. इस दिन स्त्रियाँ पीले वस्त्र धारण करती हैं.


 


लोग पीले रंग का वस्त्र पहन कर मां सरस्वती की पूजा करते हैं. कुछ लोग बसंत पंचमी को श्री पंचमी भी कहते हैं. इस दिन लोग खासकर छात्र-छात्रा विद्या की देवी सरस्वती की आराधना करते हैं. बच्चों की शिक्षा प्रारंभ करने या किसी नई कला की शुरुआत के लिए इस दिन को काफी शुभ माना जाता है. श्रद्धालु इस दिन पीले, बसंती या सफेद वस्त्र धारण करते हैं और विद्या की देवी का पूजन करते हैं.


 


इस बार बसंत पंचमी के मैके पर रवि योग और अमृत सिद्धि योग का खास संयोग बन रहा है. पूरे दिन रवि योग रहने के कारण इसका महत्व और बढ़ गया है. सुबह 6 बजकर 59 मिनट से दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक पूजा का शुभ मुहूर्त है. इस मुहुर्त में पूजा करने से अधिक लाभ की प्रप्ती होगी.

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