(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
रिटायर्ड जज समेत कई बड़े लोगों ने बीबीसी डॉक्यूमेंट्री पर साधा निशाना, कहा- 'ये एक देशभक्त के खिलाफ प्रेरित चार्जशीट'
बीबीसी ने ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ नाम से दो भाग में एक नई डाक्यूमेंट्री सीरीज बनाई है. यह डाक्यूमेंट्री गुजरात में 2002 में हुए दंगों पर है जब नरेंद्र मोदी राज्य के मुख्यमंत्री थे.
BBC Documentary Row: बीबीसी की ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ डाक्यूमेंट्री सीरीज को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. अब इस डाक्यूमेंट्री का खंडन करते हुए सेवानिवृत्त न्यायाधीशों, सेवानिवृत्त नौकरशाहों और सेवानिवृत्त सशस्त्र बलों के दिग्गजों सहित 300 से अधिक प्रतिष्ठित भारतीयों ने भारत और उसके नेता के प्रति "अविश्वसनीय पूर्वाग्रह" दिखाने के लिए बीबीसी की आलोचना करते हुए एक बयान पर हस्ताक्षर किए हैं.
इस बयान में कहा गया कि, "अब तक हमने जो देखा है, उसके आधार पर बीबीसी सीरीज न केवल भ्रामक रिपोर्टिंग पर आधारित है बल्कि स्वतंत्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के रूप में भारत के अस्तित्व के 75 साल पुराने इतिहास पर सवाल उठाती है." इसमें आगे कहा गया कि एक बार फिर, भारत के प्रति बीबीसी की नकारात्मकता और पूर्वाग्रह डॉक्यूमेंट्री के रूप में सामने आया है.
"ये एक देशभक्त के खिलाफ प्रेरित चार्जशीट"
प्रख्यात भारतीयों ने कहा कि ये डाक्यूमेंट्री हमारे नेता, एक साथी भारतीय और एक देशभक्त के खिलाफ एक स्पष्ट रूप से प्रेरित आरोप पत्र है. भले ही आपने एक भारतीय के रूप में किसे वोट दिया हो, भारत के प्रधानमंत्री आपके देश, हमारे देश के प्रधानमंत्री हैं. हम किसी को भी उनके खिलाफ जानबूझकर पक्षपात और खाली तर्कों की अनुमति नहीं दे सकते हैं. इस डाक्यूमेंट्री में 'यह व्यापक रूप से रिपोर्ट किया गया था' या 'काफी विश्वसनीय रिपोर्टें थीं', जैसे वाक्यों से खाली तर्क दिए गए.
Retired judges, retired bureaucrats and retired armed forces veterans co-sign a statement rebutting the BBC documentary ‘Delusions of British Imperial Resurrection?’ pic.twitter.com/XCFROpYzPl
— ANI (@ANI) January 21, 2023
हस्ताक्षरकर्ताओं ने बीबीसी डॉक्यूमेंट्री के प्रमुख स्रोत पर भी सवाल उठाए हैं. इसमें आगे कहा गया कि इन सभी आरोपों को भारत के सर्वोच्च न्यायालय की ओर से खारिज कर दिया गया था. अब इन आरोपों को पुनर्जीवित और सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का खंडन- केवल इसलिए माना जाना चाहिए क्योंकि एक ब्रिटिश मीडिया आउटलेट ने इसे बनाया है?
डाक्यूमेंट्री पर भारत ने लिया एक्शन
बीबीसी (BBC) ने 2002 के गुजरात दंगों (Gujarat Riots) के दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में पीएम मोदी (PM Modi) के कार्यकाल पर हमला करते हुए दो-भाग की सीरीज प्रसारित की है. डाक्यूमेंट्री पर भारत की ओर से नाराजगी जताने के बाद इसे चुनिंदा प्लेटफार्मों से हटा दिया गया है. इस डाक्यूमेंट्री को बीबीसी ने भारत में उपलब्ध नहीं किया था, लेकिन भारत विरोधी एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए कुछ YouTube चैनलों ने इसे अपलोड किया है. इन यूट्यूब वीडियो को भी भारत ने ब्लॉक कर दिया है.
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