IT Survey At BBC Office: दिल्ली और मुंबई में ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (बीबीसी) के कार्यालयों में आयकर विभाग के सर्वेक्षण अभियान तीन दिनों बाद पूरा हो गया. बीबीसी ने एक बयान जारी कर कहा कि आयकर विभाग के अधिकारी दिल्ली और मुंबई ऑफिस से चले गए हैं और वे अधिकारियों के साथ सहयोग जारी रखेंगे. सिलसिलेवार तरीके से जानिए अब तक सर्वे में क्या हुआ. 


क्या रहा आईटी सर्वे का टाइमलाइन?



  1. मंगलवार सुबह लगभग 11 बजे आयकर विभाग की टीम बीबीसी के दिल्ली और मुंबई स्थित दफ्तर में सर्वे करने पहुंची थी. तीन दिनों बाद गुरुवार शाम को आयकर विभाग के अधिकारी जांच खत्म कर दफ्तरों से बाहर निकले. 

  2. करीब 59 घंटे आयकर विभाग की टीम बीबीसी के दफ्तर में रही. जांच के दौरान बीबीसी के वरिष्ठ संपादकों सहित करीब 10 कर्मचारी मध्य दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग स्थित कार्यालय में ही थे, जो गुरुवार को घर लौटे.

  3. बीबीसी ने बयान जारी कर कहा कि “आयकर अधिकारियों ने दिल्ली और मुंबई में हमारे कार्यालयों को छोड़ दिया है. हम अधिकारियों के साथ सहयोग करना जारी रखेंगे और आशा करते हैं कि मामले को जल्द से जल्द सुलझा लिया जाएगा." 

  4. बीबीसी ने कहा कि वह 'पक्षपात अथवा डर के बिना रिपोर्ट करना जारी रखेगा.' इसमें आगे कहा गया है कि इसके कुछ कर्मचारियों को 'लंबी पूछताछ का सामना करना पड़ा' और उन्हें 'रात भर रुकना' पड़ा.

  5. आयकर विभाग शुक्रवार (17 फरवरी) को सर्वे को लेकर बयान दे सकता है. अभी तक विभाग की तरफ से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है. पीटीआई की खबर के मुताबिक सर्वे की कार्रवाई के तहत कुछ दस्तावेज जब्त किए हैं. अधिकारियों ने कहा कि ये सर्वे अंतरराष्ट्रीय कराधान और बीबीसी की सहायक कंपनियों के ट्रांसफर प्राइसिंग से संबंधित मुद्दों की जांच के लिए किया गया.

  6. एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, ऑपरेशन के दौरान बीबीसी के वरिष्ठ कर्मचारियों के मोबाइल फोन का क्लोन बनाया गया है और कई डेस्कटॉप और लैपटॉप को स्कैन किया गया है. लैपटॉप और फोन बाद में अधिकारियों को वापस कर दिए गए.

  7. बीबीसी वर्ल्ड सर्विस की निदेशक लिलियन लैंडर ने पहले अपने सभी कर्मचारियों को सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से दूर रहने के लिए कहा था.

  8. आयकर विभाग की टीम ने यह सर्वे 2002 के गुजरात दंगों पर बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री प्रसारित करने के बाद शुरू किया था. डॉक्यूमेंट्री में दंगों के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका की आलोचना की गई थी.

  9. कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने आयकर सर्वे की टाइमिंग की आलोचना की है. कांग्रेस ने बीबीसी कार्यालयों में हुए सर्वे को भारत के स्वतंत्र प्रेस पर हमला बताया है. कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि अगर कोई प्रधानमंत्री के अतीत पर प्रकाश डालने की कोशिश करता है या उनके अतीत की जानकारी निकालता है तो उस मीडिया हाउस को उनकी एजेंसियों की ओर से नष्ट कर दिया जाएगा. यह हकीकत है.

  10. सर्वे को लेकर आलोचना पर बीजेपी ने विपक्ष पर पलटवार किया था. केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने आयकर सर्वेक्षण की आलोचना करने वालों पर निशाना साधते हुए गुरुवार को कहा कि कुछ लोग विदेशी समाचार प्रतिष्ठानों पर भरोसा करते हैं, लेकिन भारतीय जांच एजेंसियों पर नहीं.


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