गैंगस्टर विकास दुबे से नजदीकी रिश्ते रखने के आरोप में बीडीओ निलंबित, SIT जांच रिपोर्ट के आधार पर हुई कार्रवाई
कानपुर के मुख्य विकास अधिकारी महेंद्र कुमार ने बताया कि चौबेपुर के खंड विकास अधिकारी आलोक पांडे को निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि बिकरू कांड मामले में एसआईटी की जांच रिपोर्ट की सिफारिश के आधार पर यह कार्रवाई की गई है.
कानपुर: कानपुर के बिकरू कांड मामले के मुख्य आरोपी विकास दुबे से नजदीकी रिश्ते रखने के आरोप में चौबेपुर के खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) को मंगलवार को निलंबित कर दिया गया.
कानपुर के मुख्य विकास अधिकारी महेंद्र कुमार ने बताया कि चौबेपुर के खंड विकास अधिकारी आलोक पांडे को निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि बिकरू कांड मामले में एसआईटी की जांच रिपोर्ट की सिफारिश के आधार पर यह कार्रवाई की गई है.
पुलिस टीम पर हुई थी फायरिंग कुमार ने बताया कि पांडे को यह जानकारी दे दी गई है कि उनके खिलाफ यह कार्रवाई गैंगस्टर विकास दुबे से रिश्तों की वजह से की गई है. एसआईटी ने राज्य सरकार से बीडीओ के खिलाफ भी कार्रवाई की सिफारिश की थी. गौरतलब है कि गत दो/तीन जुलाई की रात कानपुर के बिकरू गांव में गैंगस्टर विकास दुबे को गिरफ्तार करने आई पुलिस टीम पर उसके गुर्गों ने छत से ताबड़तोड़ फायरिंग की थी. इस वारदात में आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे.
जांच के लिए सरकार ने एसआईटी गठित की थी विकास को नौ जुलाई को मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार किया गया था. अगली सुबह 10 जुलाई को उज्जैन से कानपुर लाते समय एसटीएफ के साथ कथित मुठभेड़ में वह मारा गया था. वहीं, बिकरू कांड की जांच के लिए सरकार ने एसआईटी गठित की थी. इस विषय पर बात करते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि दोषियों को माफ़ नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा था कि जल्द से जल्द इस मामले को सुलझा लिया जाएगा और जो दोषी पाया जाएगा उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी.
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