नई दिल्ली: हर साल की तरह इस बार भी‌ गणतंत्र दिवस समारोह का समापन राजधानी दिल्ली में रायसीना हिल स्थित विजय चौक पर मिलिट्री बैंड के कार्यक्रम से हो रहा है. इस दौरान थलसेना, वायुसेना और नौसेना के बैंड सैन्य-धुन बजाते दिखाई दे रहे हैं. समारोह के दौरान राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और तीनों सेनाओं के प्रमुखों सहित देश-विदेश के गणमान्य अतिथि मौजूद हैं. इस बार इस दौरान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानि सीडीएस भी बीटिंग द रिट्रीट समारोह के दौरान मौजूद हैं.


इस साल बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी में सबसे खास है वंदे मातरम. ये पहली बार है कि मिलिट्री बैंड में वंदे मातरम की धुन को शामिल किया गया है. लेकिन हर साल की तरह समारोह का समापन 'एबाईड विद मी' धुन से होगा. समारोह की शुरूआत 'फैनफेयर आरंभ' से की गई है.


इस साल तीनों सेनाओं के साथ साथ केंद्रीय पुलिसबलों के बैंड भी बीटिंग द रिट्रीट समारोह में शामिल हो रही हैं. थलसेना की अलग अलग रेजीमेंट के बैंड, बगलर्स और ड्रम दस्ते आज के समारोह में शामिल हैं. इस साल नब्बे (90) बगलर्स और 16 ट्रम्पटर्स इस विशेष समारोह में हिस्सा ले रहे हैं.


गणतंत्र के गौरव को दिखाने-सुनाने की है परंपरा


बीटिंग रिट्रीट समारोह प्राचीन काल से चली आ रही उस परंपरा का हिस्सा है जब युद्ध के मैदान में सेनाएं दिल ढलने के बाद सैन्य-धुन पर अपने अपने बैरक में लौट जाती थी और झंडे को उतार दिया जाता था. इसलिए गणतंत्र दिवस के दौरान जब सशस्त्र सेनाओं की टुकड़ियां, हथियार और दूसरे सैन्य साजो सामान गणतंत्र दिवस समारोह के बाद बैरक में लौटती हैं तो तीन दिन बाद यानि 29 जनवरी को दिन ढलने के समय बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी का आयोजन किया जाता है. बुधवार को बीटिंग रिट्रीट समारोह के तुरंत बाद रायसीना हिल स्थित राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, नार्थ-साऊथ ब्लॉक सहित सभी केंद्रीय इमारतें विशेष लाइट से जगमगी उठेंगी.