तिरूवनंतपुरम: केरल में गौवध का विवाद केंद्र सरकार के उस नए फैसले के बाद शुरू हुआ है, जिसमें पशुओं की खरीद फरोख्त को लेकर बेहद कड़े नियम बना दिए गए हैं. इसके विरोध में कन्नूर में गाय की हत्या की गयी तो तिरूवनंतपुरम में वामपंथी छात्र संगठन एसएफआई ने कई जगहों पर बीफ पार्टी का आयोजन किया.


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मवेशियों की खरीद फरोख्त पर केंद्र सरकार के फैसले का विरोध केरल के कन्नूर में गोवध के जरिए किया गया तो वहीं राजधानी तिरुवनंतपुरम में बीफ पार्टी का आयोजन कर किया गया. वामपंथी छात्र संगठन एसएफआई ने तिरुवनंतपुरम में विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के सामने बीफ पकाकर खाया.



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दरअसल पर्यावरण मंत्रालय ने पशु बाजार में जानवरों को कत्ल करने के मकसद से होने वाली खरीद फरोख्त पर रोक लगा दी है. अब मवेशी खरीदने वालों को एक हलफनामा देना होगा जिसमें ये सुनिश्चित करना होगा कि बेचे जाने वाले जानवरों का कत्ल नहीं किया जाएगा.


पर्यावरण मंत्रालय ने पशु क्रूरता निरोधक अधिनियम के तहत इस पर रोक लगा दी है. जानवर खरीदने वाले को बताना होगा कि उसे मारने के लिए नहीं बल्कि कृषि उद्देश्य के लिए खरीदा जा रहा है.



उधर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इस नए नियम के खिलाफ पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी है. विजयन ने प्रधानमंत्री को लिखी अपनी चिट्ठी में कहा है, ‘’मैं आपसे इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग करता हूं और नए प्रतिबंधों को हटाने की मांग करता हूं, ताकि देश के लाखों पशुपालकों, किसानों की आजीविका को सुरक्षित किया जा सके और संविधान के मूलभूत सिद्धांतों की रक्षा भी की जा सके.’’


केरल में बड़े पैमाने पर गोमांस की खपत होती है. केंद्र सरकार के नए फैसले का विरोध कर रह लोगों का कहना है कि इससे मांस और चमड़े के निर्यात और व्यापार के भी प्रभावित होने की आशंका है.