कोलकाता: पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस सरकार ने 2021 विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मंगलवार को 'द्वारे सरकार' मुहिम की शुरुआत की है. इस कार्यक्रम का मकसद ये सुनिश्चित करना है कि राज्य की 11 सरकारी कल्याण योजनाओं का लाभ लोगों को मिल सके. ये कार्यक्रम 30 जनवरी तक चलेगा.
चार चरणों में चलाया जाएगा कार्यक्रम
राज्य की 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव अगले साल अप्रैल-मई में होगा. लोगों को योजनाओं का लाभ लेने के लिए राज्य की सभी पंचायतों और नगरपालिका के वार्डों में स्थापित कम से कम 20,000 शिविरों में पंक्तिबद्ध देखा गया. ये कार्यक्रम दो महीने तक चार चरणों में चलाया जाएगा. कार्यक्रम का पहला चरण एक दिसंबर से 11 दिसंबर, दूसरा चरण 15 से 24 दिसंबर तक, तीसरा चरण दो जनवरी से 12 जनवरी तक और आखिरी चरण 18 जनवरी से 30 जनवरी तक चलेगा. इन शिविरों में हर रोज 10 बजे से शाम चार बजे तक काम होगा.
ममता बनर्जी ने की अपील
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा कि ''पश्चिम बंगाल सरकार की 'द्वारे सरकार' पहल के तहत लोगों के दरवाजे तक सरकारी सेवाएं पहुंचाई जाएंगी. ये देखकर खुशी हो रही है कि शिविरों में जोर-शोर से काम आरंभ हो गया है. मैं लोगों से अपील करती हूं कि वे इन शिविरों में अपनी समस्याओं के समाधान और अन्य सेवाएं हासिल करें.''
जो लोग पात्र हैं, उन्हें लाभ मिलेगा.
नगरपालिका मामलों के मंत्री फिरहाद हाकिम ने यहां एक वॉर्ड कार्यालय का उद्घाटन करते हुए कहा कि, ''हमारी सरकार ने ये सुनिश्चित करने के लिए परिवर्तनकारी कदम उठाया है कि कोई भी व्यक्ति इन योजनाओं के लाभ से वंचित नहीं रह जाए. जो लोग पात्र हैं, उन्हें लाभ मिलेगा. उदाहर के लिए 'स्वस्थ साथी' का लाभ राज्य की पूरी जनसंख्या को मिलेगा.'' उन्होंने बताया कि इस मकसद के लिए स्थापित शिविरों के जरिए लाभार्थियों को 11 योजनाओं का लाभ दिया जाएगा.
तृणमूल के नेताओं को शर्म आनी चाहिए
पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने इसे ममता बनर्जी सरकार की बड़ी पहल बताया. हालांकि, विपक्षी दलों ने समय पर योजनाओं का लाभ पहुंचाने में 'नाकाम' रहने पर राज्य सरकार की आलोचना की. राज्य भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने आरोप लगाया है कि तृणमूल सरकार ने लोगों के धन का इस्तेमाल करके ये चुनाव मुहिम शुरू की है. घोष ने कहा कि, ''वे चुनाव मुहिम के लिए लोगों का धन इस्तेमाल कर रहे हैं. यदि राज्य सरकार को ये सुनिश्चित करने के लिए 10 साल बाद मुहिम शुरू करनी पड़ रही है कि योजनाओं का लाभ सभी तक पहुंचे, तो तृणमूल के नेताओं को शर्म आनी चाहिए.''
विरोधियों ने ममता सरकार को घेरा
माकपा नेता सुजान चक्रवर्ती ने आरोप लगाया कि पंचायत विभाग योजनाओं का लाभ पहुंचाने में नाकाम रहा, जिसके कारण राज्य सरकार ने 'द्वारे सरकार' मुहिम शुरू की, कांग्रेस सांसद प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि, ''मैं आपसे केवल एक प्रश्न पूछना चाहता हूं. आप हर घर में जा रहे हैं, लेकिन क्या आप उनकी समस्याएं सुलझाएंगे? क्या आप उन्हें वास्तव में सुलझा पाएंगे.''
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