Agnipath Scheme: मानसून सत्र से पहले राजनाथ सिंह देंगे अग्निपथ योजना के बारे में पूरी जानकारी, 11 जुलाई को होगी बैठक
Agnipath Scheme: रक्षा संबंधी संसदीय सलाहकार समिति को संसद के मानसून सत्र से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अग्निपथ योजना के बारे में पूरी जानकारी देंगे. यह बैठक 11 जुलाई को आयोजित होगी.
Agnipath Scheme: संसद के मानसून सत्र (Monsoon Session of Parliament) से पहले 11 जुलाई यानि सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) और सेना के तीनों अंगों के प्रमुख रक्षा संबंधी संसदीय सलाहकार समिति को अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे. रक्षा मंत्रालय ने आधिकारिक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी है.
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, 11 जुलाई को रक्षा संबंधी संसदीय सलाहकार समिति की बैठक आयोजित की गई है. इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हाल में शुरु की गई अग्निपथ योजना के विभिन्न पहलुओं के बारे में समिति के सदस्यों को जानकारी देंगे. क्योंकि अब से सेना के तीनों अंग यानि थलसेना, वायुसेना और नौसेना में सैनिकों की भर्ती अग्निपथ योजना के तहत ही की जाएगी.
बैठक में मौजूद होंगे तीनों सेना प्रमुख
रक्षा मंत्रालय ने आधिकारिक बयान जारी कर बताया कि 11 जुलाई की बैठक में रक्षा मंत्री के अलावा रक्षा सचिव, अजय कुमार और सेना के तीनों अंगों के प्रमुख यानि थलसेनाध्यक्ष, वायुसेनाध्यक्ष और नौसेनाध्यक्ष के मौजूद रहने की भी संभावना है.
सलाहकार समिति में ये सदस्य
आपको बता दें कि रक्षा संबंधी संसदीय सलाहकार समिति संसद की स्थायी समिति से अलग है. सलाहकार समिति के अध्यक्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हैं और रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट सदस्य हैं. इसके अलावा लोक सभा के 13 सांसद भी सदस्य हैं. एक सदस्य राज्य सभा से हैं. लोक सभा के जो 13 सांसद इसके सदस्य हैं उनमें अधीर रंजन चौधरी, फारुक अबदुल्ला, ए. राजा, छेदी पासवान, मनीष तिवारी, सौगत राय, संदीप बंदोपध्याय और सुप्रिया सुले शामिल हैं. अमरेंद्र धारी सिंह राज्य सभा से इकलौते सांसद इस कमेटी के सदस्य हैं.
8 जुलाई से शुरु होगा संसद का मानसून सत्र
संसद का मानसून सत्र (Monsoon Session of Parliament) 18 जुलाई से शुरु होने जा रहा है. उस दौरान सेना की अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) पर बवाल मचना तय माना जा रहा है. क्योंकि अग्निपथ योजना के ऐलान के वक्त बिहार (Bihar) सहित देश के कई राज्यों में जमकर विरोध और उग्र-प्रदर्शन हुए थे. हालांकि, वायुसेना (Air Force) में अग्निपथ योजना के तहत 3000 अग्निवीरों के पद के लिए रिकॉर्ड साढ़े सात लाख (7.5 लाख) ऑनलाइन पंजीकरण हुए हैं.
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