नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आज ‘नीच’ संबंधी टिप्पणी करने वाले मणिशंकर अय्यर पहले भी बीजेपी के शीर्ष नेताओं पर निजी हमले बोलते रहे हैं. इससे कई बार कांग्रेस को राजनीतिक शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है.


राजनयिक से नेता बने अय्यर ने गुजरात विधानसभा चुनावों के पहले चरण के लिए प्रचार के अंतिम दिन विवादित टिप्पणी की. पहले चरण में मतदान शनिवार को जबकि दूसरे चरण में अगले गुरुवार को होना है. पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात में रैलियों को संबोधित करते हुए अय्यर की टिप्पणी के सहारे कांग्रेस की निंदा की. उन्होंने खुद को उनकी ‘जनविरोधी मानसिकता’ का ‘पीड़ित’ बताया.


कई लोगों का मानना है कि 2014 लोकसभा चुनावों के दौरान मोदी पर अय्यर की ‘चाय वाला’ संबंधी टिप्पणी से बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के तत्कालीन उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को मदद मिली. उन्होंने अपनी सामान्य पृष्ठभूमि का जिक्र करते हुए अपने प्रचार में इसका कई बार जिक्र किया और कांग्रेस पर निशाना साधा.


दरअसल मणिशंकर अय्यर ने दावा किया था कि मोदी कभी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते और वह उस समय जारी कांग्रेस सम्मेलन में चाय ही बेच सकते हैं. अच्छे अंग्रेजी वक्ता और लेखक अय्यर ने 1998 में तत्कालीन प्रधानमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अटल बिहारी वाजपेयी को ‘नालायक’ कहा था. उनकी टिप्पणी पर बवाल मचने पर कांग्रेस नेता को माफी मांगने पर मजबूर होना पड़ा था. उस समय भी अय्यर ने आज जैसा ही बचाव किया था और कहा था कि वह हिन्दी के शब्दों का आशय नहीं समझते हैं.


पूर्व केन्द्रीय मंत्री की टिप्पणियों ने पीएम मोदी को कांग्रेस पर फिर से निशाना साधने का मौका दे दिया. पीएम मोदी ने हाल में ही अय्यर के उस संदर्भ का प्रयोग किया था जिसमें उन्होंने राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने को सही ठहराने के लिए मुगल शासकों की तरफ से उनके बेटों को गद्दी देने की बात कही थी.