कोविड 19 को रोकने के चलते बीएमसी के मानदंड के मुताबिक दूसरे राज्य से यात्रा के बाद मुंबई लौटने वाले हवाई यात्रियों को आरटी-पीसीआर रिपोर्ट पर निगेटिव रिजल्ट के अलावा उसके समय का भी ध्यान रखना पड़ेगा. यानी अब किसी प्रयोगशाला के रिपोर्ट जारी करने का समय भी उतना ही महत्वपूर्ण होगा. दरअसल मुंबई की एक निवासी की एक दिन की गोवा की फ्लाइट थी जिसके चलते उसने मुंबई प्रयोगशाला से आरटी-पीसीआर टेस्ट कराया जिसकी रिपोर्ट उसे उसी दिन शाम को मिल गई, इतनी जल्दी रिपोर्ट मिलने से महिला काफी हैरान है. इसलिए अनिवार्य नकारात्मक आरटी-पीसीआर रिपोर्ट पर बीएमसी के आदेश में कहा गया है कि 'इसे देश के किसी भी हिस्से से महाराष्ट्र में यात्रियों के प्रवेश के समय से कम से कम 48 घंटे पहले तक जारी करना होगा'. जानकारी के मुताबिक मुंबई से गोवा जाने वाली यात्री ने शुक्रवार सुबह अपना सैंपल दिया और उसी दिन शाम 5.59 बजे उसे रिपोर्ट जारी की गई. वहीं उसे शनिवार की सुबह गोवा के लिए उड़ान भरनी थी और रविवार को शाम 6.30 बजे इंडिगो से मुंबई लौटना था, लेकिन इंडिगो के मुताबिक 48 घंटे की आरटी-पीसीआर टाइमलाइन रिपोर्ट जारी करने के बाद दी यात्री यात्रा कर सकते हैं.
महिला यात्री ने बताई परेशानियां
महिला यात्री ने बताया कि गोवा जैसे छोटे शहरों के लिए उड़ान भरते समय देरी से उड़ान भी परेशानी का कारण बनती है, क्योंकि गोवा में स्वैब केवल सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच लिए जाते हैं. वहीं गोवा हवाई अड्डे पर आरटी-पीसीआर परीक्षण की सुविधा नहीं है और गोवा में रविवार को स्वाब एकत्र नहीं किया जाता है, जिससे 48 घंटे में बाद रिपोर्ट को यात्रा के लिए दिखाना एक अलग चुनौती बन जाता है.
13 मई को जारी हुआ था आदेश
जानकारी के मुताबिक बीएमसी ने आदेश 13 मई को जारी किया गया था, जब कोविड के मामले ज्यादा थे. वहीं एक ट्रैवल एजेंट ने आरोप लगाते हुए कहा कि 'राज्य सरकार का सामान्य पैटर्न रहा है, जब कोविड के मामले ज्यादा हों तो यात्रा प्रतिबंध जारी करें और फिर इसे पूरी तरह से वो भूल जाते हैं'.