बीजिंग: भारतीय राजनयिक (Indian diplomat) आज बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक (Beijing Winter Olympics) के भव्य उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे, जिसे चीन के शिनजियांग प्रांत में मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों के कारण अमेरिका और उनके सहयोगियों के राजनयिक बहिष्कार का सामना करना पड़ रहा है.


एक पखवाड़े तक चलने वाले शीतकालीन ओलंपिक की शुरुआत की घोषणा राष्ट्रपति शी जिनपिंग (xi jinping) करेंगे. अमेरिका, यूरोपीय यूनियन और कई पश्चिमी देशों ने उद्घाटन समारोह के राजनयिक बहिष्कार का फैसला किया है. इस बीच कोविड-19 संक्रमण का खतरा भी बरकरार है. शुक्रवार को होने वाले उद्धाटन समारोह से पहले जिनपिंग ने कहा कि चीन सुरक्षित और शानदार शीतकालीन ओलंपिक खेलों के आयोजन के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेगा.


अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के 139वें सत्र के उद्घाटन समारोह के दौरान वीडियो संबोधान में जिनपिंग ने कहा, ‘‘चीन दुनिया के सामने सुरक्षित और शानदार खेलों के आयोजन के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेगा और ओलंपिक सिद्धांत ‘सबसे तेज, उच्चतम, सबसे मजबूत-एक साथ’ पर काम करेगा.’’


चीन के अधिकारियों को उम्मीद है कि भारतीय राजनयिक शीतकालीन खेलों के उद्घाटन और समापन समारोह में हिस्सा लेंगे क्योंकि रूस, भारत और चीन (आरआईसी) के विदेश मंत्रियों ने पिछले साल छह नवंबर को संयुक्त बयान में कहा था कि मंत्री बीजिंग में 2022 शीतकालीन ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों की मेजबानी के लिए चीन का समर्थन करते हैं.


चीन का उकसाने वाला काम 
चीन ने हालांकि उकसाने वाला काम करते हुए बुधवार को की फाबाओ को खेलों की मशाल रिले में मशाल धारक के रूप में पेश किया था. पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के रेजीमेंटल कमांडर फाबाओ जून 2020 में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों के साथ झड़प में घायल हो गए थे.  फाबाओ के मशाल रिले में हिस्सा लेने को यहां आधिकारिक मीडिया ने सुर्खियां बनाया था.


नयी दिल्ली में भारत ने गुरुवार को घोषणा की कि बीजिंग में भारतीय दूतावास के मामलों के प्रमुख 2022 शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन या समापन समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे क्योंकि चीन ने गलवान घाटी झड़प में शामिल सैन्य कमांडर को इस प्रतिष्ठित खेल प्रतियोगिता का मशाल धारक बनाकर सम्मानित किया है.




विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बाग्ची ने चीन के इस कदम को ‘खेदजनक’ करार दिया. बीजिंग में आधिकारिक रूप से स्पष्ट किया गया है कि भारतीय दूतावास से कोई भी समारोह में हिस्सा नहीं लेगा.  शीतकालीन ओलंपिक में हिस्सा ले रहा भारत का छह सदस्यीय दल हालांकि अन्य देशों के खिलाड़ियों के साथ उद्घाटन समारोह का हिस्सा होगा.


जम्मू कश्मीर के स्की खिलाड़ी आरिफ खान भारत के एकमात्र खिलाड़ी हैं जिन्होंने बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई किया है जिसमें अमेरिका और यूरोपीय यूनियस सहित 91 देशों के 2,871 खिलाड़ी 109 स्पर्धाओं में हिस्सा लेंगे.


कोविड-19 का खतरा 
राजनयिक बहिष्कार के कारण खेलों को कोविड-19 संक्रमण से भी खतरा है. दो फरवरी को ओलंपिक खेलों से जुड़े लोगों के बीच संक्रमण के 55 नए मामले पाए गए. बीजिंग 2022 चिकित्सा विशेषज्ञ पैनल ने यह जानकारी दी.


खेलों में हिस्सा ले रहे भारतीय दल ने हालांकि उस समय राहत की सांस ली जब मैनेजर मोहम्मद अब्बास वानी कोविड-19 नेगेटिव पाए गए. भारतीय दल प्रमुख हरजिंदर सिंह ने यह जानकारी दी.  बीजिंग पहुंचने पर पॉजिटिव पाए गए वानी को दो बार नेगेटिव पाए जाने के बाद खेलों के दौरान मौजूद रहने की स्वीकृति दे दी गई है.


अमेरिका की अगुआई में राजनयिक बहिष्कार के बावजूद दुनिया के 32 नेता बीजिंग से एकजुटता दिखाते हुए उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेंगे जिसमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी शामिल है. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस भी इस समारोह का हिस्सा होंगे.


ओलंपिक 2008 की मेजबानी करने वाला बीजिंग इसके साथ ही दोनों ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने वाले दुनिया का पहला शहर बन जाएगा.  शीतकालीन ओलंपिक का आयोजन चार से 20 फरवरी तक होगा जबकि शीतकालीन पैरालंपिक खेल चार से 13 मार्च तक होंगे.


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