Opposition Meeting Patna: बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार (23 जून)  को विपक्ष की 17 पार्टियों की महा बैठक हुई. बैठक खत्म होने के बाद सभी दलों के प्रमुखों ने एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया. इस दैरान तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा कि जो कुछ भी पटना से शुरू होता है, वह जन आंदोलन का रूप लेता है. 


विपक्ष की इस महाबैठक के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "अगर बीजेपी दोबारा से चुनाव जीत जाती है तो देश में चुनाव नहीं होगा. हम सभी एकजुट हैं और बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ेंगे."


हमने तीन चीजों पर जोर दिया है- ममता
बंगाल की सीएम ममता आगे ने कहा कि पटना में जो बैठक हुई है वो अच्छी हुई है. हमने तीन चीजों पर जोर दिया है- हम लोग एक हैं, हम लोग एक साथ लड़ेंगे, अगली बैठक शिमला में होगी. हम एकजुट हैं, हम एकजुट होकर लड़ेंगे. इतिहास यहीं से शुरू हुआ है, बीजेपी चाहती है कि इतिहास बदला जाए और हम चाहते हैं कि बिहार से इतिहास बचाया जाए. हमारा उद्देश्य है इस फासीवादी सरकार के खिलाफ बोलें.



'बीजेपी चाहती है देश का इतिहास बदला जाए'
सीएम ममता ने कहा, "बीजेपी चाहती है कि देश का इतिहास बदला जाए, लेकिन हम यह सुनिश्चित करेंगे कि देश के इतिहास को बचाया जाए. हमने तीन चीजों पर संकल्प लिया है- हम एकजुट हैं. हम एकजुट होकर लड़ेंगे और हमें विरोधी मत कहो, हम भी इस देश के नागरिक हैं."


बैठक में दिग्गज हुए शामिल
बैठक की एक खास बात यह भी है कि इसमें सभी दलों के प्रमुख शामिल हुए, जो कश्मीर से कन्याकुमारी का प्रतिनिधित्व करते हैं. इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व सांसद राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे शामिल हुए.


इसके अलावा एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, नेशनल कांफ्रेस के नेता उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता महबूबा मुफ्ती, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी समेत कई दिग्गजों ने बैठक में भाग लिया. 


ये भी पढ़ें: Opposition Meeting: विपक्ष की बड़ी बैठक के बाद राहुल गांधी बोले, 'थोड़े-थोड़े मतभेद जरूर होंगे, लेकिन...', ममता बनर्जी ने भी दिया बयान