कोलकाता: देशभर में फैले कोरोना संकट के बीच पश्चिम बंगाल के कोलकाता से बेहद हैरान करने वाली खबर आई है. एक बुजुर्ग जिनकी कोरोना से मौत हो गई थी और उनके परिवार ने अंतिम संस्कार भी कर दिया था, वे वापस लौट आए. घटना पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना की है. बिराटी के रहने वाले शिवदास बंद्धोपाध्याय के परिवार वाले उनके श्राद्ध की तैयारी कर रहे थे लेकिन वे इससे एक दिन पहले अपने घर पहुंच गए.
जानकारी के मुताबिक 75 साल के शिवदास बंद्धोपाध्याय को कोरोना पॉजिटिव आने के बाद 11 नवंबर को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. इसके दो दिन बाद परिवार को अस्पताल की ओर से बंद्धोपाध्याय के निधन की जानकारी दी गई. कोरोना प्रोटोकॉल के चलते शव को प्लास्टिक बैग में रखा गया. परिवार को चेहरा देखने की भी इजाजत नहीं थी.
बंद्धोपाध्याय के बेटे ने बताया, ''हमने शव का अंतिम संस्कार किया और आज श्राद्ध करने के लिए तैयार थे. हालाँकि, हमें कल एक फोन आया. किसी ने हमें बताया कि मेरे पिता ठीक हो गए हैं और हमें उन्हें अस्पताल से घर ले जाने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था करनी चाहिए. "हम हैरान हैं, हालांकि, हम उन्हें घर ले आए. अभी भी हमें यह नहीं पता कि हमने किसका अंतिम संस्कार किया है."
जब यह पूछा गया कि किसके शरीर का अंतिम संस्कार बंद्योपाध्याय के साथ किया गया था, तो स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि एक अन्य बुजुर्ग COVID मरीज, मोहिनमोहन मुखोपाध्याय की भी 13 नवंबर को मृत्यु हो गई थी और इनका ही अंतिम संस्कार किया गया.