नंदीग्राम: पश्चिम बंगाल के दूसरे चरण में विधानसभा की 30 सीटों पर 1 मार्च को होने वाली वोटिंग के लिए चुनाव प्रचार आज थम गया. आखिरी दिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 'गोत्र कार्ड' खेल दिया.
मंगलवार को नंदीग्राम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “मैं मंदिर गई थी पुरोहित ने पूछा कि मेरा गोत्र क्या है? मुझे याद आया कि त्रिपुरेश्वरी मंदिर में अपना गोत्र मां माटी मानुष बताया था लेकिन आज जब मुझसे पूछा गया तो मैंने कहा कि पर्सनल गोत्र शांडिल्य है लेकिन मैं समझती हूं कि मेरा गोत्र मां-माटी-मानुष है.”
वहीं ममता बनर्जी द्वारा अपना गोत्र बताने को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने उन पर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट कर कहा, "रोहिंग्या को वोट के लिए बसाने वाले, दुर्गा/काली पूजा रोकने वाले, हिंदुओ को अपमानित करने वाले, अब हार के ख़ौफ़ से गोत्र पर उतर गए. “शांडिल्य गोत्र” सनातन और राष्ट्र के लिए समर्पित है, वोट के लिए नहीं."
एक अन्य ट्वीट में गिरिराज सिंह ने कहा, "ममता दीदी, अब तो पता करना होगा कि रोहिंग्या और घुसपैठियों का भी गोत्र शांडिल्य है क्या?"
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि नंदीग्राम विधानसभा सीट के मतदाताओं को 'भयभीत' करने के लिए बीजेपी शासित राज्यों से पुलिस बल लाए गए हैं. उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि मतदाताओं को लुभाने के लिए बीजेपी के मंत्री और सुरक्षा बल नकदी बांट रहे हैं. इस सीट पर ममता के खिलाफ उनके पूर्व सहयोगी शुभेंदु अधिकारी बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में हैं. यहां एक अप्रैल को चुनाव है.
व्हीलचेयर पर बैठीं ममता ने चुनाव प्रचार के आखिरी चरण में क्षेत्र के विभिन्न हिस्से का दौरा किया और सोनाचुरा में आरोप लगाया कि देश भर से बड़ी मात्रा में नकदी लायी जा रही है और बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में वोट देने के लिए लोगों को लुभाने की खातिर (बीजेपी ) मंत्रियों द्वारा "होटलों से वितरित" की जा रही हैं.
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