शाहजहां शेख की गिरफ्तारी के बाद एक्शन में ममता सरकार, अब 2 पुलिस अधिकारियों पर गिरी गाज
Sandeshkhali Row: संदेशखाली मामले के मुख्य आरोपी शेख शाहजहां बंगाल पुलिस की गिरफ्त में है. ईडी पर हुए हमले के बाद से वो फरार था और इसके 55 दिनों बाद शेख शाहजहां की गिरफ्तारी हुई.
Sheikh Shahjahan Arrest: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं पर अत्याचार और जमीन हड़पने के मामले के मुख्य आरोपी शेख शाहजहां की गिरफ्तारी के बाद ममता बनर्जी सरकार ने शुक्रवार (01 मार्च) को बशीरहाट पुलिस जिले से दो अधिकारियों को हटा दिया. इस बात की जानकारी अधिकारियों ने दी.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, उन्होंने बताया कि इंटेलिजेंस ब्यूरो (डीआईबी) के निदेशक डीएसपी सुजीत कुमार मंडल और इंस्पेक्टर काजल बनर्जी को उनके पद से हटा दिया गया है. सुजीत कुमार मंडल को रायगंज पुलिस जिले में फिर से नियुक्त किया गया, जबकि काजल बनर्जी को राज्य सीआईडी में ट्रांसफर कर दिया गया है.
पुलिस अफसरों की अदला बदली
अधिकारी ने कहा कि बैरकपुर पुलिस जिले के एक निरीक्षक राकेश चटर्जी ने सुजीत कुमार मंडल की जगह ली है. उन्होंने कहा कि काजल चटर्जी हिंगलगंज पुलिस स्टेशन और हेमनगर कोसस पुलिस स्टेशन की भी निगरानी करेंगी. उनकी जगह रक्तिम चट्टोपाध्याय को भेजा गया है, जो पहले पूर्व बर्धमान जिले के सर्कल इंस्पेक्टर (सीआई) के रूप में कार्यरत थे.
कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के बाद हुई गिरफ्तारी
कलकत्ता हाई कोर्ट ने बुधवार को कहा था कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) या पश्चिम बंगाल पुलिस शेख शाहजहां को गिरफ्तार कर सकती है. इसके 24 घंटे के भीतर ही उसे हिरासत में ले लिया गया. चीफ जस्टिस टी एस शिवगणनम की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने कहा था कि यह देखते हुए कि शेख शाहजहां काफी समय से फरार है ऐसे में पश्चिम बंगाल पुलिस के अलावा ‘‘केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी गिरफ्तार कर सकती है.’’
हाई कोर्ट ने सोमवार को पुलिस को उसे गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था. पुलिस ने बताया कि पिछले कुछ हफ्तों में शेख के खिलाफ 100 से अधिक शिकायतें दर्ज की गईं. इस दौरान उसकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर महिलाओं के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन भी हुआ.
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