![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/Premium-ad-Icon.png)
SSKM Hospital: ममता बनर्जी को कोलकाता के इस सरकारी अस्पताल में ब्लड टेस्ट कराने से लगता है डर, जानिए क्या है वजह
CM Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने SSKM अस्पताल में विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास करते समय अपना दुखद अनुभव शेयर किया है.
![SSKM Hospital: ममता बनर्जी को कोलकाता के इस सरकारी अस्पताल में ब्लड टेस्ट कराने से लगता है डर, जानिए क्या है वजह Bengal Kolkata Mamata Banerjee angry with government hospital sskm why she never goes for blood test SSKM Hospital: ममता बनर्जी को कोलकाता के इस सरकारी अस्पताल में ब्लड टेस्ट कराने से लगता है डर, जानिए क्या है वजह](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/11/14/efb615afef3ea3732ac6ebfbb4bbb0af1668419167943432_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Kolkata SSKM Hospital: दिल्ली दौरे से लौटने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सरकारी एसएसकेएम अस्पताल में विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने अपना एक अनुभन शेयर किया. ममता बनर्जी ने बताया कि उन्हें एसएसकेएम अस्पताल में ब्लड टेस्ट कराने में डर लगता है.
ममता बनर्जी ने बताया, उन्हें कई बार एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन एक बार इंजेक्शन लगवाते वक्त उनका पूरा हाथ सूज गया था. दरअसल, पीजी एसएसकेएम में उनका बल्ड टेस्ट हुआ था. तब ब्लड लेते वक्त उनके हाथ से इतनी तेजी से खून निकला कि हाथ पूरा काला पड़ गया था.
ममता बनर्जी ने कहा, ब्लड लेने का काम डॉक्टरों का नहीं होता है नर्सों का होता है. इसके बाद से वह एसएसकेएम अस्पताल में अपना ब्लड टेस्ट नहीं कराती हैं.
'भर्ती प्रकिया में अस्पताल समय न गंवाए'
ममता बनर्जी एसएसकेएम अस्पताल में दी जाने वाली चिकित्सा सेवाओं से भी खुश नजर नहीं आई. उन्होंने असंतोष जताते हुए कहा, "अस्पताल में जब मरीज को भर्ती करने के लिये लाया जाता है तो भर्ती प्रक्रिया में काफी समय लग जाता है. समय गंवाने के बजाए ट्रॉमा केयर सेंटर में पहले मरीजों का इलाज करना चाहिए और बाद में भर्ती प्रक्रिया शुरू करना चाहिए. हमें एसएसकेएम अस्पताल पर गर्व है."
ममता बनर्जी ने आगे कहा, "अगर गर्भवती महिलाओं जैसे मरीजों को अन्य अस्पतालों में रेफर किया जाता है, तो उनकी दूसरे अस्पताल ले जाते समय लंबी यात्रा के दौरान मौत हो सकती है."
जरूरत के हिसाब से रखे स्टाफ
ममता बनर्जी ने अस्पताल के अधिकारियों से सेवाओं में सुधार के लिए और कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए भी कहा. रात की ड्यूटी के लिए वरिष्ठ चिकित्सकों की अस्पताल में ड्यूटी होनी चाहिए जिससे मरीजों को किसी प्रकार परेशानी का सामना न करना पड़े
ये भी पढ़ें-
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![गुंजन मिश्रा](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/6ec004605e883a2bcc75eaa943aa1490.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)