कोलकाता: पूर्व क्रिकेटर और ममता बनर्जी सरकार में मंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. लक्ष्मी रतन शुक्ला ने खेल राज्य मंत्री और हावड़ा जिले के टीएमसी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है. वे भारतीय टीम के लिए तीन वनडे मैच खेल चुके हैं. अपने इस्तीफे पर उन्होंने एबीपी न्यूज़ से कहा कि फिलहाल मैं राजनीति से दूर रहूंगा. खेल को आगे बढ़ाने के लिए ग्रास रूट लेवल पर काम करना चाहता हुं.
क्या आगे आप फिरसे राजनीति में आएंगे? के सवाल पर उन्होंने कहा, '' आगे का आगे ही देखा जाएगा. फिलहाल जो निर्णय लेना चाहिए था वही मैंने लिया."
हालांकि लक्ष्मी रतन शुक्ला जो कुछ भी कह रहे हैं, उनके करीबी सूत्र का कहना है कि जिला अध्यक्ष बनने के बाद भी पिछले 5 महीनों में उनको कुछ काम करने का मौका नहीं मिल रहा था. खेल राज्य मंत्री के तौर पर भी पिछले लगभग 5 सालों में उनको काम करने का ज़्यादा मौका नही मिला. खेल मंत्री अरूप विस्वास ही बड़े फैसले लेते रहे. लक्ष्मी रतन शुक्ला के करीबियों का मानना है कि बंगाल के सबसे सफल ऑलराउंडर, नाईट राइडर्स की तरफ से आईपीएल जीतने वाले खिलाड़ी , पूर्व बंगाल कप्तान और भारतीय टीम के एक पूर्व खिलाड़ी को इससे ज़्यादा इज्जत और काम करने का मौका दिया जा सकता था.
क्या लक्ष्मी रतन शुक्ला आनेवाले दिनों में बीजेपी में शामिल होंगे? इस पर उनके करीबी सूत्रों का कहना है कि कुछ भी असंभव नहीं है. लेकिन एक बात सब मान रहे हैं कि टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए नेताओं के खिलाफ हाल ही में टीएमसी के बड़े नेता आक्रामक रवैया अपनाया था. यहां मामला अलग है. ममता बनर्जी ने खुद कहा कि लक्ष्मी रतन शुक्ला बहुत अच्छा लड़का है.
टीएमसी के वरिष्ठ नेता शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने एबीपी न्यूज़ को दिए गए इंटरव्यू में कहा है कि वो भी लक्ष्मी रतन शुक्ला के पार्टी छोड़कर जाने से हैरान हैं. उन्होंने भी कहा लक्ष्मी रतन एक अच्छे इंसान हैं. उन्होंने कहा कि साफ छवि रखने वाले लक्ष्मी को बीजेपी जरूर अपनी टीम में लेने की कोशिश करेगी.