Bengal Panchayat Elections 2023: पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए राज्य निर्वाचन आयोग को केंद्रीय बलों को तैनात करने का निर्देश देने वाले कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ याचिका सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार (20 जून) को खारिज कर दी. 


इसी बीच कांग्रेस नेता और सांसद अधीर रंजन चौधरी मुर्शिबाद में स्थित बीडीओ के ऑफिस के बाहर धरना पर बैठ गए हैं. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के कार्यकर्ता और उम्मीदवार बीडीओ ऑफिस आए थे, लेकिन इन्हें सत्ताधारी दल और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) के गुंडों ने पीटा. 


हाल ही में केंद्रीय मंत्री निशिथ प्रमाणिक के काफिले पर भी साहिबगंज इलाके में उस समय हमला हुआ जब वह बीडीओ के कार्यालय जा रहे थे. इस पर प्रमाणिक ने भी आरोप लगाया था कि ये अटैक टीएमसी के लोगों ने किया. इस दौरान पुलिस चुप रही.






ममता बनर्जी क्या बोलती रहीं?
पंचायत चुनाव को लेकर हो रही हिंसा पर टीएमसी चीफ ममता बनर्जी ने शुक्रवार (16 जून) को कहा था कि कई विपक्षी दल नामांकन के दौरान हुईं एक दो घटनाओं को लेकर इसे मुद्दा बनाने को कोशिश कर रहे हैं. 


न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पंचायत चुनाव के लिए आठ जुलाई को होने वाले मतदान को लेकर नामांकन दाखिल करने को लेकर व्यापक हिंसा के कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. 


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