बंगाल में थम नहीं रहा राजनीतिक हिंसा का दौर, बीजेपी का टीएमसी कार्यकर्ताओं पर मारपीट का आरोप
बंगाल में चुनावी सरगर्मी के बीच राजनीतिक हिंसा का दौर जारी है. नॉर्थ 24 परगना जिले में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर मारपीट का आरोप लगाया है. इस मामले को लेकर बीजेपी और टीएमसी के बड़े नेता एक दूसरे के सामने आ गए हैं.
कोलकाता: बंगाल में चुनाव की तारीखों की घोषणा हो चुकी है लेकिन राजनीतिक हिंसा का दौर अभी भी जारी है. नॉर्थ 24 परगना जिले में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर मारपीट का आरोप लगाया है. जानकारी के मुताबिक इस मारपीट में बीजेपी कार्यकर्ता की मां भी घायल हुई है. बीजेपी कार्यकर्ताओं के मुताबिक घर में घुसकर 'टीएमसी के गुंडों' ने मारपीट की. इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है.
इस मामले में बीजेपी के बंगाल सह प्रभारी अमित मालवीय ने टीएमसी पर हमला बोला है. अमित मालवीय ने कहा कि क्या ये बंगाल की बेटी नहीं हैं ?... इनको टीएमसी के गुंडों ने बेरहमी से पीटा... उनका क्या जुर्म है ?... ये बीजेपी कार्यकर्ता की मां है.
वहीं इस मामले पर टीएमसी का कहना है कि बीजेपी बदहवासी में ऐसे आरोप लगा रही है. टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि टीएमसी सकारात्मक अभियान चला रही है और बीजेपी बदहवास है. उसके पास सुशासन के मोर्चे पर ममता बनर्जी का मुकाबला करने के लिए कुछ नहीं है. वो सीनियर सिटीजन को भी नहीं छोड़ रहे. फर्जी खबरों की फैक्टरी फिर बेनकाब हुई है.
इस पूरी घटना पर जिस वृद्ध महिला के साथ बदसलूकी की बात हो रही है उन्होंने ने भी टीएमसी पर आरोप लगाए हैं. बीजेपी कार्यकर्ता की मां निमिता ने कहा, ''मुझे धक्का दिया, गाली-गलौच की. मुझे मारा, मेरी बुरी हालत है. मुझे धमकी दी कि किसी को मत बताना, शिकायत मत करना. पूरे शरीर में चोट लगी है, बहुत तकलीफ है.''
बीजेपी कार्यकर्ता गोपाल मजूमदार ने कहा, ''मेरे साथ गाली-गलौच की गयी. मुझसे बोल रहे थे कि बीजेपी के हो, मैंने बोला कि तुम लोग इस वक्त यहां क्या कर रहे हो. इसके बाद मेरे साथ मारपीट की, उनके पास रिवॉल्वर थी. मुझे गिरा दिया इसके बाद मुझे बेधड़क मारा, सब टीएमसी गुंडा वाहिनी के लोग थे. सब मुंह पर काली पट्टी बांधे हुए थे.''
ये भी पढ़ें- Corona Vaccine 2nd Phase: आप कैसे लगवा सकते हैं टीका? किन-किन चीजों की पड़ेगी जरूरत? | A टू Z जानकारी महाराष्ट्र में लॉकडाउन पर सीएम उद्धव ठाकरे बोले- लगाने की इच्छा नहीं, लेकिन मजबूरी, यह शब्द बड़ा विचित्र है