Bengal Teacher Recruitment Scam: पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर सोमवार को ईडी (ED) ने कई खुलासे किए. ईडी ने पश्चिम बंगाल के कैबिनेट मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) को कोलकाता की विशेष अदालत में पेश किया. कोर्ट में ईडी ने बताया कि हमने दो जगहों पर तलाशी ली है. एक पार्थ चटर्जी के घर में और दूसरी अर्पिता चटर्जी के घर में. ज्वाइंट सेल डीड भी मिली है. इससे पता चलता है कि दोनों संयुक्त रूप से संपत्ति खरीद रहे थे.
ईडी ने बताया कि अर्पिता मुखर्जी वित्तीय पैंतरेबाजी के लिए कम से कम 12 शैल कंपनियां चला रही थी. ईडी ने ये भी कहा कि पार्थ चटर्जी ने अपने गिरफ्तारी मेमो पर हस्ताक्षर करने से इनकार किया है. ईडी ने कहा कि मंत्री असहयोग कर रहे हैं. ईडी के कागजात पर हस्ताक्षर नहीं करते हैं और कागज भी फाड़ देते हैं. ईडी ने कहा कि उन्हें भुवनेश्वर एम्स जाने के लिए मनाना बहुत मुश्किल था. ईडी के मुताबिक पार्थ ने इसका विरोध किया. बड़ी मुश्किल से ईडी उन्हें भुवनेश्वर ले गए. ईडी ने अदालत के समक्ष पार्थ चटर्जी की एम्स भुवनेश्वर मेडिकल रिपोर्ट पेश की, जिससे पता चलता है कि वह फिट और स्थिर हैं. ईडी ने कहा वह फिट हैं और उन्हें हिरासत में लिया जा सकता है.
ईडी ने कोर्ट में किए ये खुलासे
ईडी ने बताया कि पार्थ के घर से अर्पिता की संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं. ईडी को पार्थ चटर्जी और अर्पिता चटर्जी की संयुक्त संपत्ति से जुड़े दस्तावेज मिले हैं. इस संपत्ति को पार्थ ने 2012 में खरीदा था. अर्पिता ने पूछताछ के दौरान यह भी स्वीकार किया कि नकदी पार्थ की है. अर्पिता मुखर्जी से जुड़ी कंपनियों में पैसा लगाने की योजना थी. नकद राशि भी एक-दो दिन में उसके घर से बाहर ले जाने की योजना थी. पार्थ चटर्जी का अर्पिता चटर्जी के साथ नियमित संपर्क रहा है. ये उनके फोन कॉल से पता चला है.
अर्पिता मुखर्जी के घर से मिले करोड़ों रुपये
गौरतलब है कि ईडी ने अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी के घर से 20 करोड़ से ज्यादा की नकदी जब्त की थी. अर्पिता पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी थी. पार्थ चटर्जी को प्रवर्तन निदेशालय ने कथित शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किया था. ईडी को संदेह है कि अर्पिता मुखर्जी के आवास से जब्त की गई नकदी कथित शिक्षक घोटाले की आय है. पार्थ चटर्जी अभी उद्योग और वाणिज्य मंत्री हैं. जब कथित घोटाला हुआ था तब पार्थ चटर्जी राज्य के शिक्षा मंत्री थे.
टीएमसी (TMC) ने हालांकि इस घोटाले से खुद को अलग कर लिया है और कहा है कि अगर कोई दोषी साबित होता है तो कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि, 2008 से 2014 के बीच बंगाली और उड़िया फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय रहीं अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) ने मॉडलिंग भी की है. केंद्रीय एजेंसी ने मुखर्जी के फ्लैट से 1.5 किलो सोना और एक लाख रुपये की विदेशी मुद्रा भी बरामद की है. ईडी (ED) को संदेह है कि ये सब घोटाले की आय हो सकते हैं.
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