Kannad Language: बेंगलुरु में कन्नड़ भाषा को लेकर विवाद की खबरें अक्सर आती रहती हैं. अब ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक स्टोर पर ग्राहक ने कर्मचारियों से कन्नड़ भाषा सीखने को कहा तो उसकी पिटाई कर दी गई. फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और जांच शुरु कर दी है.


पीड़ित की पहचान सैयद रफीक के रूप में हुई है जो डबासपेट का रहने वाला है और शामियाना टेंट हाउस के मालिक हैं. वहीं, सिटी मार्केट पुलिस ने मारपीट करने वाले शेष कुमार और अरविंद को गिरफ्तार किया है, जो 30 साल के हैं और ममता आर्ट्स स्टोर के स्टाफ हैं.


'हिंदी नहीं कन्नड़ सीखो'


पीड़ित रफीक ने कहा कि 30 सितंबर को वह और उनकी पत्नी चिकपेट में स्टोर पर गए और कर्मचारियों से लैंप स्टैंड का डिजाइन दिखाने के लिए कहा "मैंने शुरू में उनसे हिंदी में बात की, लेकिन 'कांचिना दीपाड़ा कम्बा' शब्द का इस्तेमाल किया. दुकानदार को समझ नहीं आया. इसलिए मैंने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. दुकानदार ने बीच-बचाव किया और मैं उससे बात कर रहा था तभी कर्मचारियों ने मुझे हिंदी में डांटा. इसलिए, मैंने उनसे कहा कि जब वे यहां व्यवसाय चला रहे हैं तो कन्नड़ सीखें". अरविंद मुझ पर चिल्लाया और पूछा कि क्या उसे मुझसे बात करने के लिए स्कूल जाकर कन्नड़ सीखने की ज़रूरत है. मैंने जवाब दिया कि स्कूल जाकर कन्नड़ सीखने में कुछ भी गलत नहीं है,"


'चेहरे पर मार दिया मुक्का'


रफीक ने आगे कहा कि बहस के दौरान स्टाफ ने पत्नी को भी डांटा. "जब मैंने जवाब देने की कोशिश की, तो उसने मेरे चेहरे पर मुक्का मारा और मुझ पर हमला किया. दूसरे कर्मचारी ने पीतल की प्लेट ली और मेरे सिर पर कई बार मारा. जब मेरा खून बह रहा था, तो मैं दुकान से बाहर भागा और लोगों से मदद मांगी. कुछ लोगों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, लेकिन दोनों ने उन पर हमला करने की कोशिश की,". वहीं,  पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपियों पर बीएनएस धारा 118 (स्वेच्छा से खतरनाक हथियारों या साधनों से चोट पहुंचाना या गंभीर चोट पहुंचाना) और 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है. फिलहाल मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.


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