मेट्रो पिलर गिरने से हुई थी मां-बच्चे की मौत, 8 लोगों के खिलाफ केस दर्ज, इस तरह हुई थी लापरवाही
Metro Pillar Collapsed: बेंगलुरु के आउटर रिंग रोड पर मेट्रो का एक पिलर ओवरलोड होकर गिर गया. इसकी चपेट में आने से एक महिला और उसके बेटे की मौत हो गई.
Bengaluru Metro Pillar Collapsed: बेंगलुरु में निर्माणाधीन मेट्रो का खंभा गिरने से एक महिला और उसके ढाई साल के बेटे की मौत हो गई थी. इस मामले को लेकर कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र (Araga Gyanendra) एक्शन मोड में आ गए हैं. मामले में नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी (NCC) और सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.
जांच में पता चला है कि एनसीसी (NCC) को मेट्रो साइट पर निर्माण का ठेका दिया गया था. मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. ज्ञानेंद्र ने कहा कि बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (BMRCL) में पांच एनसीसी अधिकारियों और दो अधिकारियों पर 336, 337 और 304 सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
8 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज
गृह मंत्री ज्ञानेंद्र का कहना है कि इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस तरह की लापरवाही को जरा भी नजरअंदाज नहीं किया जाएगा. मामले में इंजीनियर प्रभाकर, डायरेक्टर चैतन्य, एसपीएम मथाई, पीएम विकास सिंह, लक्ष्मीपति, बीएमआरसीएल के उप मुख्य अभियंता वेंकटेश शेट्टी और कार्यकारी अभियंता महेश बेंडेकरी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल मामले में एनसीसी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, 10 जनवरी को कल्याण नगर से एचआरबीआर लेआउट तक जाने वाले इलाके में बन रहे मेट्रो का एक खंभा सड़क पर गिर गया. इस घटना में बाइक पर सवार एक व्यक्ति, उसकी पत्नी और उनका बेटा घायल हो गए. घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया. हालांकि, इलाज के दौरान घायल मां और उसके ढाई साल के बेटे ने अस्पताल में दम तोड़ दिया.
इस हादसे में मारी गई महिला की पहचान तेजस्विनी कुमार (25) और बच्चे की पहचान विहान के रूप में हुई है. गंभीर रूप से घायल आदमी का नाम लोहित कुमार (30) है. परिवार गदग का रहने वाला है और हेंनूर में रहता है, जोकि बाइक पर डे केयर सेंटर जा रहे थे. महिला के पति की शिकायत के आधार पर ही एफआईआर दर्ज की गई थी.
अब तक क्या कुछ एक्शन लिया
बीएमआरसीएल (BMRCL) ने इस मामले में तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. बीएमआरसीएल की प्रबंध निदेशक अंजुम परवेज ने कहा कि जांच के बाद दुर्घटना के कारणों का पता चल पाएगा. इसके खिलाफ एक्शन लेते हुए उप मुख्य इंजीनियर, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर और सेक्शन सुपरवाइजर को सस्पेंड कर दिया गया है. भारतीय विज्ञान संस्थान की एक टीम दुर्घटना की जांच करेगी. मामले में एनसीसी को पहले ही नोटिस जारी किया जा चुका है.
उन्होंने बताया कि आज एनसीसी को एक और नोटिस आज जारी किया जाएगा. आईआईएससी से रिपोर्ट मिलने के बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी. तेजस्विनी और विहान का इलाज करने वाले डॉक्टरों ने कहा कि उन्हें सिर पर गंभीर चोटें आईं थी, जबकि विहान को सीने में भी चोट लगी थी. दोनों को बचाने की पूरी कोशिश की गई लेकिन सफलता नहीं मिली.
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