Karnataka News: बेंगलुरु में मटन के नाम कुत्ते की मीट की सप्लाई! बवाल मचा तो लैब भेजे गए सेंपल, जानें पूरा मामला
Karnataka News: मांस विक्रेता ने आरोप को खारिज करते हुए बताया कि इस खेप का ऑर्डर वैध तरीके से दिया गया था. खाद्य विभाग के आयुक्त ने कहा कि किसी भी तरह की गड़बड़ी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई होगी.
Karnataka News: बेंगलुरु सिटी रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार (26 जुलाई 2024) रात को उस समय तनाव पैदा हो गया जब जयपुर से यहां एक ट्रेन से करीब 150 डिब्बों में लदे लगभग तीन टन मीट की खेप पहुंची हिंदूवादी समूहों ने आरोप लगाया कि एक विक्रेता मटन के नाम पर कुत्ते के मीट की सप्लाई कर रहा था. हालांकि, विक्रेता अब्दुल रज्जाक ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह मटन है और वह पिछले 12 सालों से इस धंधे में शामिल है.
विक्रेता अब्दुल रज्जाक ने कहा, ‘‘इस खेप का ऑर्डर वैध तरीके से दिया गया था और यह कुत्ते का मीट नहीं बल्कि भेड़ का मीट है." जब यह मामला बढ़ा तो खाद्य सुरक्षा और मानक विभाग के आयुक्त ने इसकी जांच के आदेश जारी किए. खाद्य सुरक्षा विभाग ने शुक्रवार को उस परीक्षण के लिए भेज दिया था.
परीक्षण के लिए भेजा गया मीट
हिंदूवादी समूहों ने आरोप लगाया कि मीट के कार्टन जयपुर से जयपुर-मैसूर एक्सप्रेस के जरिए लाए गए थे. खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी ने बताया कि निरीक्षम के दौरान यह पाया कि राजस्थान से ट्रेन के माध्यम से जो 90 पार्सल स्टेशन पहुंचे, उसमें जानवर का मीट पाया गया. उन्होंने बताया कि वह मीट किस जानवर का है इसका पता लगाने के लिए उसे खाद्य प्रयोगशाला में भेजा गया है.
'गड़बड़ी पाई गई तो होगी कानूनी कार्रवाई'
खाद्य विभाग के आयुक्त ने कहा कि अगर इसमें कई दूसरे जानवर के मीट का मामला सामने आया तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा, "पार्सल भेजने वालों और प्राप्तकर्ताओं के FSSAI लाइसेंस के बारे में पूरी जानकारी जुटाई जा रही है और अगर इसमें कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो आगे की कानूनी कार्रवाई शरू की जाएगी."
मीट व्यापारी ने कहा कि उनके पास इसे साबित करने के लिए कानूनी दस्तावेज हैं. उन्होंने कहा, ‘‘कोई भी उस जानवर की पूंछ देख सकता है जिसका वध किया गया था. यह भेड़ है, कुत्ता नहीं है."
(इनपुट पीटीआई से भी)
ये भी पढ़ें : दिल्ली पहुंचा यूपी का पॉलिटिकल ड्रामा! 8 जून से शुरू हुए सियासी संकट में कब-कब हुई खटपट, पूरी टाइमलाइन