बेंगलुरु हिंसा: कांग्रेस नेता संपत राज के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी, क्राइम बांच कर रही तलाश
कर्नाटक के गृह मंत्री बसावराज बोम्मई ने कहा- “बेंगलुरु के पूर्व मेयर और कांग्रेस नेता आर. संपत राज के खिलाफ अगस्त में हुई हिंसा केस में लुटआउट नोटिस जारी कर दिया गया है. सिटी क्राइम ब्रांच उनकी तलाश कर रही है और जल्द ही गिरफ्तार कर लिए जाएंगे.”
बेंगलुरु हिंसा केस में आरोपी कांग्रेस नेता और पूर्व मेयर संपत राज के खिलाफ गुरुवार को लुकआउट नोटिस जारी कर दिया गया है. हालांकि, समन का नोटिस संपत राज के घर पर लगाने के बाद भी उनका अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है. कर्नाटक के गृह मंत्री बसावराज बोम्मई ने उन्हें जल्द पकड़ लेने का दावा किया है।
बसावराज ने कहा- “बेंगलुरु के पूर्व मेयर और कांग्रेस नेता आर. संपत राज के खिलाफ अगस्त में हुई हिंसा केस में लुटआउट नोटिस जारी कर दिया गया है. सिटी क्राइम ब्रांच उनकी तलाश कर रही है और जल्द ही गिरफ्तार कर लिए जाएंगे.”
हालांकि, कांग्रेस नेता ने अग्रिम जमानत के लिए बेंगलुरु सेशंस कोर्ट में याचिका दाखिल कर दी है. सेंट्रल क्राइम ब्रांच ने अगस्त 2020 में बेंगलुरु के डीजे हल्ली और केजी हल्ली इलाकों में बड़ी तादाद में भड़की हिंसा को लेकर चार्जशीट दायर की थी. 850-पेज की चार्जशीट में 52 लोगों को आरोपी बनाया गया था और करीब 30 से ज्यादा गवाहों को शामिल किया गया था. कांग्रेस नेता संपत राज और जाकिर हुसैन को इसमें आरोपी नंबर 51 और 52 बनाया गया था.
A lookout notice has been against former Bengaluru Mayor & Congress leader R Sampat Raj in connection with Bengaluru violence of August. City Crime Branch is trying to locate him and he will be arrested soon: Basavaraj Bommai, Karnataka Home Minister pic.twitter.com/uG5qkr8Tkh
— ANI (@ANI) November 12, 2020
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज के वकील ने बताया कि उनका मुवक्किल हिंसा के वक्त शारीरिक तौर पर वहां पर मौजूदा नहीं था. उन्होंने कहा कि इसलिए आईपीसी की धारा 141, 142, 143, 144, 149, 395 और 435 इस केस में लागू नहीं होगी. उन्होंने कांग्रेस कॉर्पोरेटर पर लगाए गए आर्म्स एक्ट, एस/एसटी अत्याचार रोकथाम अधिनियम और सेक्शन 120-बी को लेकर भी आलोचना की.
कैसे भड़की बेंगलुरु हिंसा?
11 अगस्त को करीब रात साढे आठ बजे पूर्वी बेंगलुरु के केजी हल्ली और डीजी हल्ली थाना अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में दंगा जैसी स्थिति पैदा हो गई थी. कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के आवास के बाहर करीब एक हजार की संख्या में भीड़ इकट्ठा हो गई और अपने रिश्तेदार नवीन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
इसके फौरन बाद ही हिंसा रोकने के लिए पुलिस ने भीड़ पर बल प्रयोग किया. उस वक्त स्थिति काबू में आ गई लेकिन 12 अगस्त की रात करीब 1 बजे 2 लोग मारे गए, डीसीपी भीमशंकर गुलेद समेत करीब 60 पुलिसकर्मी घायल हुए और इस हिंसा में 300 गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया था.
इसमें करीब 340 से ज्यादा लोगों को आगजनी, पत्थरबाज और पुलिस पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार किए जाने वालों में नवीन, कलीम पाशा (कांग्रेस कॉर्पोरेटर इरशाद बेगम के पति) भी शामिल थे.