बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट से अब यात्रियों को बस या खुद के वाहन  के जरिए जाना पड़ेगा. क्योंकि यहां कैब सेवाएं पूरी तरह से बंद चल रही हैं. इस वजह से यात्रियों को ओला, उबर नहीं मिल सकेगी. यहां एक कैब ड्राइवर ने खुद को आग लगाकर आत्महत्या कर ली है. कैब ड्राइवर ने लगातार बढ़ रहे पेट्रोल, डीजल के दामों से परेशान होकर आर्थिक हानि होने की वजह से आत्महत्या की. जिससे नाराज होकर ज्यादातर कैब ड्राइवरों ने कैब सेवा को रोकने का फैसला किया. वहीं इस बात की जानकारी बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने एडवाइजरी जारी कर दी है और यात्रियों से बीएमटीसी बस सेवा का इस्तेमाल करने का अनुरोध किया है. वहीं फिलहाल सब कैब ड्राइवर निजी ऑनलाइन कैब एग्रीगेटर्स के रियायती किराए का विरोध कर रहें हैं और बेंगलुरु हवाई अड्डे के बाहर खड़े होकर अपनी मांगों के माने जाने का इंतजार कर रहे हैं.


एक समान टैरिफ प्रणाली लागू करने की मांग


कर्नाटक ओला, उबर ड्राइवर्स एंड ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष तनवीर पाशा ने एक इंटरव्यू में बताया कि कैब ड्राइवर के आर्थिक तंगी से परेशान और पेट्रोल के महंगे दामों के चलते आत्महत्या करने से कैब यूनियन में काफी नाराजगी है. उन्होंने बताया कि कंपनी जो टैरिफ प्लान देती है उसकी वजह से ड्राइवरों को उचित रुपया नहीं मिल पाता है और वो कर्ज में डूब जाते हैं. तनवीर ने बताया कि पेट्रोल के महंगे दाम और कोरोना वायरस की मार की वजह से कैब ड्राइवरों का बुरा हाल है. इसलिए राज्य सरकार से सभी टैक्सियों के लिए एक समान टैरिफ प्रणाली लागू करने की मांग की गई थी, लेकिन उनकी अपील पर ध्यान नहीं दिया गया है.


कर्ज के चलते की आत्महत्या


पुलिस अधिकारियों के मुताबिक आत्महत्या करने वाला ड्राइवर रामनगर जिले का रहने वाला था. जिसने पिकअप प्वाइंट पर खुद को कार में बंद करके पेट्रोल डालकर आग लगा ली. वहीं जब तक अन्य ड्राइवर और एयरक्राफ्ट रेस्क्यू एंड फायर फाइटिंग अधिकारी आग बुझाने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे तब तक वो गंभीर रूप से झुलस गया था. पुलिस अधिकारी ने बताया कि ड्राइवर केएसटीडीसी के कर्ज में डूबा हुआ था.


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