बेंगलुरु: बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के कर्नाटक दौरे का आज दूसरा दिन है. वह आज मदारा चेन्नैया मठ जाएंगे जो परंपरागत रूप से दलितों से जुड़ा हुआ है. इसके अलावा वे बेक्किनकल, सिरगेरे और मुरुगा सहित कई मठों का दौरा करेंगे. शाह चेलकेरे में एक एसटी कन्वेंशन को सम्बोधित करते हुए अपने दौरे का समापन करेंगे. अमित शाह ने सोमवार को टुमकुरू के सिद्धगंगा मठ में लिंगायत समुदाय के संत श्री शिवकुमार स्वामी से मिलकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया और कर्नाटक के दो दिवसीय दौरे की शुरुआत की.


शाह आज सुबह 10 से 10.40 तक दावनगेरे के पास डोड्डाबाथी गांव में 'मुस्ती धान्य संग्रह अभियान' में हिस्सा लेंगे. इसके बाद वे जीएमआईटी कांफ्रेन्स हॉल में मीडिया को संबोधित करेंगे. बीजेपी अध्यक्ष चित्रदुर्ग के पास श्री सिरगेरे मठ जाएंगे और पूज्य सिरगेरे स्वामीजी से मुलाकात करेंगे. वे दोपहर में मदारा चेन्नैया मठ में रहेंगे और मठ के स्वामीजी से मुलाकात करेंगे.


इसके अलावा शाह श्री मुरुगा मठ भी जाएंगे और वहां के स्वामी से मुलाकात करेंगे. चित्रदुर्ग में मडकारी और डीसी सर्किल में वीर मदकरी नायक और वीर वनित ओनके ओबाव्वा की मूर्तियों पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगें. शाह शाम में चेलकेरे में बीएमजीएचएस हाईस्कूल ग्राउंड्स में एक एसटी कन्वेंशन को सम्बोधित करते हुए अपने दौरे का समापन करेंगे.


बीजेपी कर्नाटक चुनाव में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. राज्य में लिंगायत समुदाय का मुद्दा छाया हुआ है इसलिए अमित शाह ज्यादा तर उन मठों का दौरा कर रहे हैं जो कि लिंगायत से जुड़े हुए हैं. ये सारे वो आध्यात्मिक संस्थान हैं जिन्होंने लिंगायतों को अलग धर्म का दर्जा देने के सिद्धरामैया सरकार के फैसले का समर्थन किया है. बीजेपी को डर है कि इन मठों के अनुयायी इस फैसले की वजह बीजेपी से दूर हो सकते हैं. इसी वजह से खुद अमित शाह ने इन सभी मठों के प्रमुखों से मिलने का फैसला किया है.


इससे पहले सोमवार को बीएस येदियुरप्पा के गृह जिले शिवमोगा में एक रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कर्नाटक में बीजेपी के पक्ष में सुनामी है और बीजेपी आगामी विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस को न सिर्फ हराएगी बल्कि उसे जड़ से उखाड़ देगी. उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री बनाने के लिए वोट देंगे तो मैं आपको आश्वासन देता हूं कि किसानों की खुदकुशी के मामले बंद हो जाएंगे.’’