बेंगलुरू हिंसा में शामिल लोगों की संपत्ति जब्त करने और SDPI पर बैन का फैसला जल्द- मंत्री केएस ईश्वरप्पा
इस मामले में पुलिस ने 60 और लोगों को गिरफ्तार किया है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अब तक 206 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
बेंगलुरू: बेंगलुरू हिंसा के पीछे सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) का नाम सामने आया है. राज्य की येदियुरप्पा सरकार इस पर बैन लगा सकती है. कर्नाटक के मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने कहा कि एसडीपीआई एक बेकार संगठन है. हम इसे प्रतिबंधित करने के बारे में सोच रहे हैं.
मंत्री ने कहा कि जल्द ही दो फैसले लिए जाएंगे. पहला ये कि बेंगलुरू हिंसा में शामिल लोगों की संपत्ति जब्त की जाएगी. दूसरा एसडीपीआई पर प्रतिबंध. 20 मई को कैबिनेट की बैठक में इन 2 मामलों पर चर्चा की जाएगी.
SDPI is a silly org. We're thinking of banning it. Two decisions will be taken shortly. 1st - properties of those involved in violence (in Bengaluru) will be confiscated. 2nd - banning SDPI. These 2 matters will be discussed in cabinet meet on Aug 20: Karnataka Min KS Eshwarappa pic.twitter.com/ZLjuqwmduh
— ANI (@ANI) August 14, 2020
पार्षद के पति सहित 60 और लोग गिरफ्तार
बेंगलुरु पुलिस ने इस मामले में 60 और लोगों को गिरफ्तार किया है. आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया, ‘‘ डीजे हल्ली और केजी हल्ली मामले में गिरफ्तारी जारी है और कलीम पाशा सहित 60 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अब तक कुल 206 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.’’ उन्होंने बताया कि कलीम पाशा बृहद बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) में नगवारा से पार्षद इरशाद बेगम का पति है और उस पर हिंसा करने वालों को उकसाने का आरोप है.
कलीम पाशा की गिरफ्तारी को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव बी एल संतोष ने ट्वीट किया, ‘‘ कर्नाटक में कांग्रेस की पार्षद का पति कलीम पाशा गिरफ्तार. एसडीपीआई के चार वरिष्ठ पदाधिकारी भी गिरफ्तार. इसके बावजूद राज्य के कांग्रेस नेता दूसरों पर आरोप लगा रहे हैं. दंगों की निंदा नहीं कर रहे. उनकी नजर केवल आगामी बीबीएमपी चुनाव पर है.’’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हैशटैग कांग्रेस दलितों के खिलाफ है.’’
गौरतलब है कि कर्नाटक के गृहमंत्री बासवराज बोम्मई ने गुरुवार को कहा कि बेंगलुरु में भीड़ द्वारा की गई हिंसा के पीछे सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) की भूमिका सामने आई है. इस संबंध में गहराई से जांच की जाएगी.
क्या है पूरा मामाला
दरअसल, कांग्रेस के पुलकेशी नगर से विधायक आर अखंड श्रीनिवास मूर्ति के रिश्तेदार पी नवीन द्वारा सोशल मीडिया पर कथित रूप से आपत्तिजनक पोस्ट डाले जाने पर डीजे हल्ली और आसपास के इलाके में मंगलवार रात को भीड़ हिंसक हो गई थी, जिसे काबू करने के लिए पुलिस ने गोलियां चलाई थीं और इस दौरान तीन लोगों की मौत हो गई थी.
दंगाइयों ने विधायक के आवास और डीजे हल्ली पुलिस थाने के अलावा पुलिस के वाहनों और कई निजी वाहनों में आग लगा दी थी. दंगाइयों ने विधायक और उनकी बहन के आवास पर लूटपाट भी की थी. इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि मामले में गिरफ्तार अधिकतर लोगों को परप्पाना अग्रहारा केंद्रीय कारागार में रखा गया है और उन्हें बेल्लारी केंद्रीय कारागार भेजा जा रहा है.
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