पटनाः बेरोज़गारी हटाओ रैली को संबोधित करने पहुंचे तेज़ प्रताप यादव आज अपने चिर परिचित अन्दाज़ में नज़र आए. लम्बे समय से भाई तेजस्वी के साथ आ रही अनबन की खबरों पर भी पूर्ण विराम लगा दिया. रविवार को तेजस्वी के नेतृत्व में आरजेडी ने बेरोज़गारी हटाओ यात्रा को लेकर जनसभा आयोजित की. सभा को संबोधित करने बेरोज़गारी हटाओ रथ पर सवार होकर तेजस्वी यादव के साथ उनके बड़े भाई तेज़ प्रताप भी पहुंचे थे.


तीन बार किया शंखनाद


तेज़ प्रताप यादव ने रविवार को वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में पहुंचे सैकड़ों कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इस मौके पर तेज़ प्रताप ने मंच पर भाषण शुरू करने से पहले शंख मंगवाया और तीन बार शंखनाद की. उन्होंने कहा 7 करोड़ युवाओं को सरकार ने ठगने का काम किया. उन्हें अंधकार में रखा लेकिन अब कृष्ण-अर्जुन आ गए हैं ज्ञान देने के लिए.


उन्होंने कहा कि ये लड़ाई का मैदान है, कुरुक्षेत्र है शंख बजेगा. इसके साथ शंखनाद करते हुए उन्होंने तंज भी कसा. उन्होंने कहा कि शंखनाद से जितने पापी हैं, भूत-पिशाच हैं सब भाग जाएंगे.


'भाई बनेगा मुख्यमंत्री तब बजाऊंगा मुरली'


जनसभा को संबोधित करते हुए रविवार को तेज़ प्रताप बिल्कुल बड़े भाई की झलक में दिखे. बेरोज़गारी यात्रा को लेकर शुरू हुई हुई रैली में तेज़ प्रताप अपने भाई तेजस्वी के साथ ही बस के ऊपर सवार होकर पहुंचे.


तेज़ प्रताप ने बांसुरी (मुरली) बजाने को लेकर भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि मुझसे सब पूछते हैं बांसुरी कब बजाएंगे. मैं कहता हूँ जब तेजस्वी मुख्यमंत्री बन जाएंगे तब मैं मुरली बजाऊंगा. उन्होंने चुटकी लेते हुए ये भी कहा कि मैं नेता ही सिर्फ़ नहीं हूं बल्कि बाबा भी हूं.


ग़ौरतलब है तेजस्वी की इस बेरोज़गारी यात्रा से पहले तेज़ प्रताप ने नया नारा दिया था. उन्होंने तेजस्वी को सीएम बनाने के लिए कहा कि ‘तेज़ रफ़्तार-तेजस्वी सरकार’ यानि साफ है कि तेज़ प्रताप अपने साथ से तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए सहयोग देते रहेंगे.


'जब भी अर्जुन याद करेगा तो मैं दर्शन देने आ जाऊंगा'


जनसभा में तेजस्‍वी के बड़े भाई तेज प्रताप यादव ने खुद को तेजस्‍वी का सारथी बताया. उन्होंने कहा कि मेरा भाई तेजस्वी अर्जुन है और तेज़ प्रताप-तेजस्वी की जोड़ी कृष्ण-अर्जुन की जोड़ी है. अर्जुन जब भी याद करेगा तो मैं दर्शन देने आ जाऊंगा.


नीतीश कुमार पर सीधे तरीक़े से हमला ना करते हुए तेज प्रताप ने कहा ये रथ नहीं रुकेगी. उन्होंने कहा कि ये रथ ग़रीबों और पिछड़ों का रथ है ये रथ नहीं रुकेगी. है किसी माई के लाल में हिम्मत तो रथ को रोक कर दिखाए.


उन्होंने कहा कि लालू के दोनों लाल किसी से डरने वाले नहीं हैं. तेज़ प्रताप ने अपने अन्दाज़ में कहा कि हम कृष्ण के वंशज हैं जेल जाने से नहीं डरते हैं. इसके साथ ही उन्होंने
हल्के अन्दाज़ में ये भी बताया कि उन्‍हें आरजेडी के प्रदेश अध्‍यक्ष जगदानंद सिंह के अनुशासन से डर लगता है. उन्होंने कहा कि जगदा अंकल पिता तुल्य हैं उनके डिसिप्लिन से डर भी लगता है.


'रथ को लेकर जेडीयू ने खड़े किए थे सवाल'


बेरोज़गारी यात्रा पर निकलने के लिए जिस बस को रथ बनाया गया है उसे लेकर विवाद हुआ था. ग़ौरतलब है कि गए बस को लेकर जेडीयू ने बस की ख़रीदी हुई काग़ज़ दिखाते हुए आरोप लगाया गया था कि तेजस्‍वी की रथयात्रा के लिए मंगल पाल के किसी व्यक्ति के नाम पर बस ख़रीदी गयी है.


जेडीयू नेता और बिहार सरकार में मंत्री नीरज कुमार ने मीडिया में काग़ज़ दिखाते हुए कहा था कि मंगल पाल का नाम बीपीएल (ग़रीबी रेखा के नीचे श्रेणी में आता है जबकि बस क़ीमत करोड़ों में तय की गयी है. हालांकि बाद में आरजेडी ने ऐसे किसी भी तरह के आरोपों को ख़ारिज किया था.


आरजेडी के सभी नेताओं ने भरी हुंकार


बेरोज़गारी हटाओ रैली में सैकड़ों कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करने पहुंचे आरजेडी के तमाम बड़े नेता मंच पर पूरे कार्यक्रम में मौजूद रहे. सुबह लगभग 12 बजे से शुरू हुए इस कार्यक्रम को छोटे से लेकर बड़े दिग्गज नेताओं ने भी संबोधित किया.


ग़ौरतलब है कि आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, रघुवंश प्रसाद सिंह, शिवानंद तिवारी और मनोज झा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इतना ही नहीं आरजेडी के छात्र नेता और जेएनयू में आरजेडी से छात्र संघ का चुनाव लड़ चुके जयंत जिज्ञासु ने भी लोहिया को याद करते हुए नीतीश सरकार के ख़िलाफ़ हल्ला बोल किया.