पटना: बिहार के भागलपुर में दंगा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत को आज जमानत मिल गई है. बीजेपी नेता अर्जित ने दो अप्रैल को पटना में सरेंडर किया था, जिसके बाद उन्हें जेल में भेज दिया गया था.


आपको बता दें कि इस मामले में केस दर्ज होने के बाद अर्जित ने निचली अदालत से जमानत की अपील की थी लेकिन उस वक्त उन्हें फौरी राहत नहीं मिली थी.


भागलपुर के नाथनगर में 17 मार्च को हिंदू नववर्ष के मौके पर निकाले गए जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई गई थी. पुलिस ने इस मामले में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की थी और अर्जित शाश्वत को भी आरोपी बनाया था. जिसके बाद वह कई दिनों तक फरार रहे थे.


अर्जित पिछले विधानसभा चुनाव में भागलपुर क्षेत्र से चुनाव लड़कर हारे थे. भागलपुर कांड पर अश्विनी चौबे ने एफआईआर को कूड़ा करार दिया था और कहा था कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है. 'भारत माता की जय' कहना अपराध नहीं है.


बिहार के भागलपुर में रामनवमी जुलूस के मौके पर दंगा भड़क उठा था. उसके बाद औरंगाबाद, मुंगेर, समस्तीपुर जिलों में भी सांप्रदायिक तनाव की स्थिति बन गई थी. बिहार के विभिन्न क्षेत्रों में सांप्रदायिक तनाव को लेकर विपक्षी दल लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं.