Punjab CM Bhagwant Mann: आम आदमी पार्टी ने रविवार (18 दिसंबर) को दिल्ली में राष्ट्रीय परिषद की बैठक की. राष्ट्रीय परिषद की इस बैठक में आम आदमी पार्टी (AAP) के देशभर के नेताओं और जनप्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. इस बैठक में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी शामिल हुए. पार्टी की इस बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री काफी भावुक हो गए. उन्होंने बताया कि कैसे अपना कॉमेडी का प्रोफेशन छोड़कर वो आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए. इस दौरान मान ने एक छोटा सा किस्सा और शेर भी सुनाया.
पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक के मंच पर आकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, "अरविंद केजरीवाल की बातों से प्रभावित होकर मैं अपना प्रोफेशन छोड़कर राजनीति में आया हूं. जब वे रामलीला ग्राउंड में बोलते थे, जब हर रोज एक पीसी (प्रेस कॉन्फ्रेस) होती थी. तब आंखें बोलती थीं, दिल बोलता था. इन्हीं बातों के कायल होकर हम सब लोग अपने-अपने प्रोफेशन को छोड़कर आए हैं कि देश के लिए कुछ करना है."
भगवंत मान ने सुनाया ये शेर
इस दौरान उन्होंने एक किस्सा भी सुनाया. भगवंत मान ने कहा, "मैं भगत सिंह को देखकर निकलता हूं. कहीं न कहीं रास्ते में भगत सिंह का स्टैच्यू भी आ जाता है." शेर सुनाते हुए भगवंत मान ने कहा, "आदमी बड़ा सालों से नहीं, आदमी बड़ा खयालों से होता है."
23 साल की उम्र में भगत सिंह ने चूमा फांसी का फंदा
उन्होंने कहा, "नब्बे-नब्बे सालों के बुजुर्ग आपके पड़ोस में, आपके गांव में बिस्तर पर पड़े होंगे. बेड पर पड़े हैं, मौत का इंतजार कर रहे हैं. कोई नहीं जानता. करतार सिंह मर गया, या जिंदा है. अच्छा अभी मरा नहीं. मतलब मौत को भी कई लोगों को ढूंढना पड़ता है. और उधर 23 साल की उम्र में भगत सिंह ने फांसी का फंदा चूमा."
आम आदमी पार्टी ने जो खयाल बोए, वो बेमिसाल हैं
मान ने कहा, "हमारी क्या आने वाली 100 पीढ़ियां भी भगत सिंह जिंदाबाद करती रहेंगी. 90 साल और 23 साल में करीब चार गुना का अंतर है. इसलिए आदमी सालों से बड़ा नहीं होता है, खयालों से होता है." अपने भाषण के अंत में मान ने कहा, "जिस किस्म के खयाल आम आदमी पार्टी ने दिए, वो बेमिसाल हैं."