भंडारा डिस्ट्रिक्ट जनरल हॉस्पीटल में आग लगने से नवजात की मौत पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इसे गंभीरता से लेते हुए सोमवार को महाराष्ट्र सरकार को नोटिस जारी किया है. समाचार एजेंसी पीटीआई ने यह खबर दी है. 9 जनवरी (शनिवार) तड़के अस्पताल में स्पेशल वॉर्ड में आग के चलते 10 नवजात की मौत हो गई थी. हालांकि 7 अन्य को बचा लिया गया था.


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतक के परिवारों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और घायलों को 50 हजार रुपये देने का ऐलान किया था. मृतक बच्चे एक दिन से लेकर तीन महीने तक के थे.


अधिकारियों ने बताया कि एनएचआरसी ने राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी को नोटिस जारी किया और चार हफ्ते में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. उन्होंने आगे कहा कि ऐसी उम्मीद है कि पुलिस की तरफ से जांच के आए नतीजों के बारे में महाराष्ट्र के पुलिस चीफ योग को बताएंगे.

इस घटना की इससे पहले जांच का आदेश देने वाले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि जांच से ही यह तय हो पाएगा कि इसमें किसी तरह की लापरवाही हुई थी. इसके साथ ही, उन्होंने आगे कहा कि राज्य के सभी अस्पतालों की सेफ्टी और फायर ऑडिट के आदेश दिए गए हैं. राज्य सरकार की तरफ से मृतकों के परिवार वालों को 5 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया गया है.


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