BKU के भानु गुट ने कहा- राकेश टिकैत के खिलाफ दर्ज मुकदमे जैसे ही हटा लिए जाएंगे, वह गांव वापस चले जाएंगे
भारतीय किसान यूनियन (भानु) नए कृषि कानूनों के विरोध में चिल्ला बॉर्डर पर धरना दे रहा था. इस धरने की वजह से नोएडा से दिल्ली जाने वाला रास्ता करीब 57 दिनों से बंद था.
नई दिल्ली: ट्रैक्टर परेड में हिंसा के बाद खुद को किसानों के धरने से अलग करने वाले भारतीय किसान यूनियन के भानु गुट ने राकेश टिकैत पर बड़ा आरोप लगाया है. बीकेयू भानु गुट के प्रमुख भानु प्रताप सिंह ने कहा है कि राकेश टिकैत अपने ऊपर दर्ज मुकदमों को हटवाने के लिए गाजीपुर में धरने पर बैठे हुए हैं, जैसे ही मुकदमे हटा लिए जाएंगे, राकेश टिकैत अपने गांव वापस चले जाएंगे.
भानु प्रताप सिंह ने कहा, राकेश टिकैट के ऊपर मुकदमे लगे हुए हैं. इसलिए डटे हुए हैं. मुकदमे वापस होने के बाद गांव वापस चले जाएंगे. हमारे ऊपर मुकदमा लगाने की किसी की हिम्मत नहीं.
भानु गुट ने अपना धरना वापस लिया नए कृषि कानूनों को लेकर करीब दो माह से चिल्ला बॉर्डर पर धरना दे रहे भारतीय किसान यूनियन (भानू) ने बुधवार को अपना धरना वापस ले लिया था. दिल्ली में मंगलवार को ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसक घटना और राष्ट्र ध्वज के अपमान से आहत होकर भानु गुट ने धरना वापस लेने का फैसला लिया था. बीकेयू (भानु) के विरोध वापस लेने के साथ ही चिल्ला बॉर्डर के माध्यम से दिल्ली-नोएडा मार्ग 57 दिनों के बाद यातायात के लिए फिर से खुल गया.
भारतीय किसान यूनियन (भानु) नए कृषि कानूनों के विरोध में चिल्ला बॉर्डर पर धरना दे रहा था. इस धरने की वजह से नोएडा से दिल्ली जाने वाला रास्ता करीब 57 दिनों से बंद था. भारतीय किसान यूनियन (भानू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने चिल्ला बॉर्डर पर एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि ट्रैक्टर परेड के दौरान जिस तरह से दिल्ली में पुलिस के जवानों के ऊपर हिंसक हमला हुआ और कानून व्यवस्था की जमकर धज्जियां उड़ाई गई, इससे वे काफी आहत हैं.
ये भी पढ़ें- टिकैत ने कहा- सरकार बताए वह कानून वापस क्यों नहीं ले सकती, हम सिर नहीं झुकने देंगे