नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार बढ़ोतरी पर नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस को ओर से बुलाये 'भारत बंद' में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की प्रमुख सोनिया गांधी भी शामिल हुए. इस विरोध प्रदर्शन में करीब 20 विपक्षी दलों के नेता शामिल हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और दूसरे नेताओं ने राजघाट से रामलीला मैदान तक पैदल मार्च निकाला.


विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के अलावा समाजवादी पार्टी (सपा) , बहुजन समाज पार्टी (बसपा), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), द्रमुक, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), जद(एस), आम आदमी पार्टी (आप), तेलुगू देसम पार्टी (तेदेपा), राष्ट्रीय लोक दल (रालोद), झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), नेशनल कांफ्रेंस, झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातांत्रिक (झाविमो-प्र), एआईयूडीएफ, केरल कांग्रेस (एम), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी), आईयूएमएल और लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शामिल हैं.


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, 'देश के सभी विपक्षी दलों ने भारत बंद में शामिल होने का फैसला किया. इसके साथ ही यह भी सहमति बनी कि दिल्ली में भी हमें एकजुटता दिखानी होगी. आज के प्रदर्शन में सभी दल शामिल हो रहे हैं.'सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल ने इन सभी विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं से बात की थी. जिसके बाद सभी ने 'भारत बंद' का समर्थन किया. कांग्रेस ने पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार हो रही बढ़ोतरी के खिलाफ 'भारत बंद' बुलाया है.


पार्टी ने सभी सामाजिक संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से कहा कि वे 'भारत बंद' का समर्थन करें. कांग्रेस का कहना है कि उसकी ओर से बुलाया गया 'भारत बंद' सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक रहेगा, ताकि आम आदमी को दिक्कत नहीं हो.