जीएसटी व्यवस्था को सरल बनाने के लिए कारोबारियों का भारत बंद कल, समर्थन में उतरा सयुंक्त किसान मोर्चा
सीएआईटी की ओर से जानकारी के मुताबिक देश भर के 40 हजार से ज्यादा व्यापारिक संगठनों से जुड़े करीब 8 करोड़ से व्यापारी बंद में शामिल होंगे. ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन और संयुक्त किसान मोर्चा ने भी बंदी में सहयोग देने का आह्वान किया है.
नई दिल्लीः वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) व्यवस्था को सरल बनाने की मांग को लेकर व्यापारियों की ओर से भारत बंद का ऐलान किया गया है. व्यापारियों के इस ऐलान को जहां सड़क परिवहन क्षेत्र की सर्वोच्च संस्था का साथ मिला है तो वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने भी अपना समर्थन देने की बात कही है. संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से बयान जारी कर कहा गया है, ''सयुंक्त किसान मोर्चा, परिवहन व व्यापार संगठनों के आह्वान पर 26 फरवरी को घोषित भारत बंद का पूर्ण रूप से समर्थन करता है. हम देशभर के किसानो से अपील करते है कि कल सभी लोग प्रदर्शनकारियों को कंधा से कंधा मिलाकर सहयोग करे व शांतिपूर्ण तरीके से भारत बंद को सफल बनायें.''
भारत बंद का आह्वान करने वाले कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स ने दावा किया है कि इसमें करीब 8 करोड़ छोटे कारोबारी शामिल होंगे. इसके साथ ही देश के करीब एक करोड़ ट्रांसपोर्टरों और लघु उद्यमी और महिला उद्यमी भी शामिल होंगी.
कंफेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक देश भर के 40 हजार से ज्यादा व्यापारिक संगठन इस बंद में हिस्सा लेंगे. इन 40 हजार संगठनों से जुड़े 8 करोड़ से ज्यादा व्यापारी बंद में शामिल होंगे.
बंदी का समर्थन करते हुए ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन (एआईटीडब्लूए) ने भी बंद को समर्थन देने का आह्वान किया है. हॉकर्स के राष्ट्रीय संगठन हॉकर्स जॉइंट एक्शन कमेटी ने भी बंद का समर्थन किया है.