नई दिल्लीः कृषि कानूनों की वापसी की मांग पर अड़े किसानों ने एलान किया है कि शुक्रवार (26 मार्च) को 'भारत बंद' किया जाएगा. संयुक्‍त किसान मोर्चा ने एलान किया है कि किसान आंदोलन के 120 दिन पूरे होने पर इस बंदी का आयोजन किया जा रहा है. किसान संगठनों की ओर से किए गए इस एलान को कांग्रेस, लेफ्ट, समेत कई विपक्षी दलों ने अपना समर्थन दिया है. किसान मोर्चा ने एलान किया है कि होलिका दहन के दिन नए कृषि कानूनों की प्रतियां जालाएंगे.


किसानों की ओर से कल के इस बंदी में कुछ चीजों को बंदी से राहत दी गई है. किसान नेताओं के अनुसार कल के बंदी में किसी कंपनी या फैक्‍ट्री को बंद नहीं करवाया जाएगा. मोर्चा के मुताबिक पेट्रोल पंप, मेडिकल स्‍टोर, जनरल स्‍टोर जैसी जरूरत की चीजें खुली रहेगी.


बता दें कि किसानों का यह संगठन दिल्ली के बॉर्डर पर पिछले 4 महीनों से कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहा है. बंदी के दौरान देशभर में सभी सड़कें, रेल परिवहन, बाजार और अन्य सार्वजनिक स्थानों को बंद करने का एलान किया गया है.


संयुक्त किसान मोर्चा ने चुनावी राज्यों को बंदी से दूर रखा है. किसान मोर्चा ने बताया है कि जिन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चुनाव होने वाले हैं उन राज्यों को बंदी से छूट दी जाएगी. किसान नेताओं ने लोगों से आग्रह किया है कि इस बंदी को सफल बनाने में सहयोग करें.


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