देश में लगातार पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों, गुड्स एवं सर्विस टैक्स, ई-बिल को लेकर व्यापारिक संस्था द कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स की तरफ से शुक्रवार को 'भारत बंद' का ऐलान किया गया है.


देशभर के 8 करोड़ व्यापारियों का प्रतिनिधित्व करने वाले करीब 40 हजार ट्रेड एसोसिएशंस ने कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) की तरफ से 26 तारीख को किए जाने वाले ‘भारत बंद’ का समर्थन किया है. यह बंद वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के प्रावधानों में समीक्षा की मांग को लेकर किया जा रहा है.


ई-वे बिल को खत्म करने को लेकर ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन (एआईटीडब्ल्यूए) ने भी कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स की ओर से किए जाने वाले भारत बंद का समर्थन किया है.


40 हजार से ज्यादा ट्रेडर्स एसोसिएशन के भारत बंद में हिस्सा लेने की वजह से देशभर से सभी वाणिज्यिक बाजार बंद रहेगा. प्राइवेट ट्रांसपोर्ट पर भी इसका असर पड़ सकता है क्योंकि ट्रांसपोटर्स एसोसिएशन (एआईटीडब्ल्यूए) ने सभी ट्रांसपोर्ट कंपनियों से कहा है कि वे सांकेतिक प्रदर्शन के तौर पर अपनी गाड़ियों को सुबह 6 बजे से लेकर रात 8 बजे तक गाड़ियों को खड़ी रखें.


हालांकि, रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत बंद के दौरान ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) और भाईचारा ऑल इंडिया ट्रक ऑपरेटर वेलफेयर एसोसिएशन (बीएआईटीओडब्ल्यूए) इसमें हिस्सा नहीं लेगा.


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