Kisan Andolan Bharat Bandh Highlights: 'जो संभव है सब करेंगे', किसान आंदोलन के बीच बोले कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा
Kisan Andolan Bharat Bandh: किसानों ने शुक्रवार को भारत बंद बुलाया था. किसान अपनी मांगों पर अड़े हैं. एमएसपी पर कानून समेत कई मांगों को सरकार के सामने रखा गया है.
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Background
MSP पर कानून समेत अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों ने शुक्रवार (16 फरवरी 2024) को भारत बंद बुलाया. संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी समान विचारधारा वाले किसान संगठनों से एक साथ आने और केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की ओर से बुलाए गए भारत बंद का हिस्सा बनने की अपील की थी.
किसानों के भारत बंद को देखते हुए नोएडा में धारा 144 लागू की गई. पुलिस ने दिल्ली जाने और आने वाले यात्रियों को नोएडा में किए गए यातायात परिवर्तन का पालन करने की अपील की थी और लोगों से असुविधा से बचने के लिए मेट्रो सेवाओं का इस्तेमाल करने की अपील की थी.
भारत बंद की अपील ऐसे वक्त पर आई जब हजारों किसानों ने दिल्ली में घुसने के लिए राजधानी की सीमाओं पर डेरा डाल रखा है. पंजाब और हरियाणा से मार्च करते पहुंचे इन किसानों को अंबाला के पास सीमा पर रोक दिया गया है, जो दिल्ली से 200 किलोमीटर दूर है. हरियाणा में सुरक्षा बल किसानों को तितर-बितर करने की कोशिश में उन पर आंसू गैस का इस्तेमाल कर रहे हैं. किसान संगठनों ने सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक भारत बंद बुलाया था.
कहां-कहां भारत बंद का असर?
- ट्रांसपोर्ट
- कृषि कार्य
- मनरेगा के तहत कामकाज
- प्राइवेट दफ्तर
- गांव में दुकानें
- रूरल इंडस्ट्रियल
जल्द ही कोई समाधान निकाल लेंगे- केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने उम्मीद जताई है कि रविवार को होने वाली बैठक में समाधान निकलेगा. उन्होंने शुक्रवार को कहा, "अगर हम शांतिपूर्ण ढंग से बातचीत को आगे बढ़ाएंगे तो हम निश्चित रूप से किसी नतीजे पर पहुंचेंगे. मुझे उम्मीद है कि हम जल्द ही कोई समाधान निकाल लेंगे.''
किसान आंदोलन से रोज होगा 500 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान- पीएचडीसीसीआई
उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) ने शुक्रवार को कहा कि किसान आंदोलन के लंबा चलने से उत्तरी राज्यों में व्यापार और उद्योग को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक उद्योग मंडल ने कहा है कि किसान आंदोलन से रोजगार को भारी नुकसान होने की आशंका है और इससे प्रतिदिन 500 करोड़ रुपये से अधिक का आर्थिक नुकसान होगा.
हरियाणा पुलिस ने किसान प्रोटेस्ट का वीडियो जारी किया
हरियाणा पुलिस ने शुक्रवार को कई किसानों का वीडियो जारी किया, जिसमें उन्हें अंबाला के पास शंभू सीमा पर पथराव करते और सुरक्षा कर्मियों को उकसाने का प्रयास करते देखा गया है. पुलिस ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि किसानों के आंदोलन की आड़ में उपद्रव की इजाजत नहीं दी जा सकती. इस बीच दिल्ली चलो आह्वान का नेतृत्व कर रहे किसान नेताओं ने दावा किया कि हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़कर और रबड़ की गोलियां चलाकर उनके खिलाफ बल का इस्तेमाल किया, जिससे कई लोग घायल हो गए.
पंजाब की सीमा से लगते शंभू बॉर्डर पर शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने के आश्वासन के बावजूद प्रदर्शनकारियो द्वारा पुलिसकर्मियों को उकसाने के लगातार किए जा रहे प्रयास। हरियाणा पुलिस की अपील-कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें। @ssk303@cmohry@anilvijminister pic.twitter.com/S7mqKRtk8C
— Haryana Police (@police_haryana) February 16, 2024
किसानों का अपमान जनता बर्दाश्त नहीं करेगी- अखिलेश यादव
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने शंभू बार्डर पर प्रदर्शनकारी गुरदासपुर के किसान सरदार ज्ञान सिंह की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा, "सुप्रीम कोर्ट बीजेपी से इलेक्टोरल बॉन्ड के साथ-साथ किसान आंदोलनों में हुई किसानों की मौत का भी हिसाब मांगे. किसान देश का अन्नदाता हैं, देश की अर्थव्यवस्था में कृषि रीढ़ है. जीवन देने वाले किसानों का अपमान जनता बर्दाश्त नहीं करेगी. किसानों के आक्रोश की आंधी में बीजेपी सरकार का अंत का समय अब आ गया है."
किसान आंदोलन के अंदर आई नई ऊर्जा- अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि बीजेपी भ्रष्टाचार का पर्याय बन गई है. किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "इलेक्टोरल बॉन्ड को सुप्रीम कोर्ट के द्वारा असंवैधानिक घोषित किये जाने से किसान आंदोलन के अंदर एक नई ऊर्जा आई है, क्योंकि इन तथाकथित राजनीतिक चंदों के नाम पर जो लोग पिछले दरवाजे से बीजेपी की हथेली गरम करके खेती-किसानी से जुड़े कारोबारों पर कब्जा करके अपना व्यापारिक स्वार्थ साधना चाहते थे, अब वो बीजेपी को चंदा नहीं देंगे. बीजेपी पैसे के लालच में गांव, गरीब, किसान, मजदूर का जो हक मार रही थी, वो सब अब धीरे-धीरे खत्म होगा."
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