पूरे देश में कोविड वैक्सीन की कमी के बीच में भारत की दूसरी वैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन 30 दिनों में 30 शहरों में पहुंच गई है. कंपनी की सह संस्थापक और जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर सुचित्रा इला ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है. सुचित्रा के ट्वीट से ये भी साफ है कि वैक्सीन की कमी कोरोना के खिलाफ हमारी जंग में एक बड़ी चुनौती बनी हुई है. हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक के अलावा पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कोविड वैक्सीन का निर्माण कर रहा है. 


24 घंटे काम कर रहे हैं कंपनी के कर्मचारी


सुचित्रा ने लिखा है कि भारत बायोटेक के सभी कर्मचारी देश के टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए 24 घंटे काम कर रहे हैं. कुछ बीमार होने के कारण काम से दूर क्वारंटीन हैं. सुचित्रा ने इन सभी कर्मचारियों और उनके परिवार के लोगों के लिए प्रार्थना करने की अपील की है. पिछले हफ्ते,  सुचित्रा इला ने ट्वीट किया था कि भारत बायोटेक गुजरात में एक अन्य संयंत्र के साथ कोवैक्सिन के उत्पादन को बढ़ाने पर विचार कर रही है. इससे पहले भारत बायोटेक ने साल भर में वैक्सीन के 20 करोड़ डोज के उत्पादन का दावा किया था. कोवैक्सीन कोविड के नए वैरियंट B.1.167 पर भी प्रभावी मानी जा रही है. इस बीच कोवैक्सीन ने WHO से इमरजेंसी अप्रूवल लेने के लिए भी सारी जानकारी उपलब्ध करवा दी है.


सीधे विदेशी कंपनियों से वैक्सीन मंगवाने के लिए भी राज्य कर रहे हैं प्रयास


कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के लिए भारत अपने टीकाकरण अभियान में तेजी लाने का हर मुमकिन प्रयास कर रहा है. कई राज्य दूसरे देशों से सीधे अपने राज्य के लिए वैक्सीन आयात के प्रयास में लगे हैं, लेकिन उसमें भी अपेक्षित सफलता नहीं मिल सकती है. दिल्ली और पंजाब ने अमेरिका की फाइजर और मॉडर्न फार्मा से सीधे अपने राज्य के लिए वैक्सीन मंगवाने की कोशिश की थी, लेकिन बड़ी अंतरराष्ट्रीय कंपनियां सीधे केन्द्र सरकार से डील करने में रुचि रखती हैं.


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