Rahul Gandhi Bharat Jodo Nyay Yatra: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का दावा है कि केंद्र सरकार को चलाने वाले 90 आईएएस अफसरों में सिर्फ अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से हैं. यह बात उन्होंने सोमवार (29 जनवरी, 2024) को बिहार के किशनगंज में भारत जोड़ो न्याय यात्रा की रैली के तहत कही. जातिगत जनगणना का जिक्र करते हुए वह बोले- हिंदुस्तान की सरकार को 90 आईएएस अफसर चलाते हैं. देश का बजट...हर रुपया कहां खर्च होगा...यही अफसर तय करते हैं. इन 90 अफसरों में ओबीसी के सिर्फ तीन लोग हैं.
राहुल ने कहा, जातिगत जनगणना एक क्रांतिकारी कदम है. जिस दिन यह हो जाएगी उस दिन सबको पता लग जाएगा कि किसकी कितनी आबादी है और किसका कितना हक बनता है. जब सामाजिक न्याय की बात हुई तब-तब बिहार ने लीड ली है. पूरा देश इस स्थिति में बिहार की ओर देखता है.
राहुल गांधी ने बताया, यात्रा में क्यों जोड़ा न्याय शब्द
राहुल गांधी ने आगे कहा कि, हिन्दुस्तान की राजनीति पर इस यात्रा का बहुत बड़ा असर पड़ा है. मोहब्बत की एक नई विचारधारा का जन्म हुआ है. वो नफरत और देश को बांटने की बात करते हैं, हम मोहब्बत और भाईचारे की बात करते हैं. इस यात्रा में हमने न्याय शब्द जोड़ा है. इसकी वजह ये है कि आज के हिंदुस्तान में गरीब व्यक्ति को न आर्थिक न्याय मिलता है और न ही सामाजिक न्याय मिलता है. बिना सामाजिक और आर्थिक न्याय के यह देश तरक्की कर ही नहीं सकता है. पूरा देश जानता है कि देश में सबसे बड़ी आबादी ओबीसी वर्ग की आबादी है. 15 फीसदी दलित हैं, 12 फीसदी आदिवासी हैं और 15 फीसदी अल्पसंख्यक वर्ग के लोग हैं.
सामाजिक न्याय के लिए बिहार की ओर देखता है देश
उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के सरकार को 90 IAS अफसर चलाते हैं. बिहार के ओबीसी वर्ग से कहना चाहता हूं कि इन 90 अफसरों में से ओबीसी वर्ग के सिर्फ तीन अधिकारी हैं. जाति गणना एक क्रांतिकारी कदम है. राहुल ने आगे कहा, जब भी देश में सामाजिक न्याय की बात हुई है तो बिहार ने बढ़त ली है. जब सामाजिक न्याय की बात होती है, तो पूरा देश बिहार की ओर देखता है.
पीएम नरेंद्र मोदी पर भी किया हमला
राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा, पीएम आज तक मणिपुर नहीं गए. यह शर्म की बात है. नॉर्थ का यह सूबा जल रहा है. लोग मारे जा रहे हैं, लेकिन पीएम वहां नहीं गए. यह देश की हालत है.
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